जालंधर जीत सरकार के कार्यों पर मुहर : मान

उन्होंने पार्टी वालंटियरों को बधाई दी और कहा कि जीत ने उनकी जिम्मेवारी और बढ़ा दी है।

जालंधर जीत सरकार के कार्यों पर मुहर : मान

चंडीगढ़ - पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को जालंधर उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी सुशील कुमार रिंकू की जीत को उनकी सरकार के पिछले लगभग 14 महीनों के कार्यों पर जनता की मुहर करार दिया।

श्री मान और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मीडिया को संयुक्त रूप से संबोधित किया, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी धर्म, जातपात की राजनीति नहीं करती और उसके मुद्दे शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर आदि होते हैं। उन्होंने पार्टी वालंटियरों को बधाई दी और कहा कि जीत ने उनकी जिम्मेवारी और बढ़ा दी है।

विपक्ष की राजनीति पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उन्हें भी बधाई देना चाहेंगे, जिन्होंने उनको गालियां दीं, आपत्तिजनक, अनापशनाप बातें कीं और निजी हमले किये। उनका इशारा संभवत: एक मंत्री के खिलाफ कथित आपत्तिजनक वीडियो को लेकर मामले को उछालने पर था। उन्होंने कहा कि वह समय गया जब किसी पर इल्जाम लगा दो, वोट मिल जाते थे। श्री मान ने कहा कि आज लोग साेचते हैं कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी कि नहीं।

पिछले साल संगरूर लोकसभा उपचुनाव में हार के बारे में एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने उसे भी सर माथे लिया था और विश्लेषण किया कि कहां क्या गलती हुई, उसे सुधारने की कोशिश की। उन्होंने दावा किया कि 2024 में पार्टी पंजाब की सभी तेरह सीटें जीतने की कोशिश करेगी।

श्री केजरीवाल ने जीत को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि यह कांग्रेस का गढ़ माना जाता था तथा पिछले 60 वर्षों में 50 वर्ष कांग्रेस जीतती रही है। उन्होंने जीत को मुख्यमंत्री के कार्यों पर जनता का स्वीकृति का ठप्पा करार दिया और दावा किया कि आप केवल काम की राजनीति करती है। आप संयोजक ने जालंधर की जनता को बधाई भी दी।

नतीजों का विश्लेषण करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल विधानसभा चुनावों में पार्टी 92 सीटें जीती थी यानी आप की लहर चल रही थी, उस लहर में भी जालंधर लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाली नौ विधानसभा सीटों में से आप केवल चार जीती थी और पांच कांग्रेस जीती थी। अब सामने आ रहे नतीजों में सात विधानसभा हल्कों में पार्टी आगे चल रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी का वोट प्रतिशत पिछले लोकसभा चुनाव में केवल ढाई प्रतिशत था जो इस चुनाव में 34 प्रतिशत है।

श्री केजरीवाल ने दावा किया कि पार्टी ने कांग्रेस और भाजपा के परिवारवाद को हराया है। कांग्रेस से दिवंगत सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर चौधरी को प्रत्याशी बनाया था और भाजपा ने शिअद के पूर्व कद्दावर नेता चरणजीत सिंह अटवाल के पुत्र इंदर इकबाल सिंह अटवाल को टिकट दिया था। पिता-पुत्र पिछले महीने ही भाजपा में शामिल हुए थे।

श्री केजरीवाल ने कहा कि 2014 में पार्टी लोकसभा की चार सीटें जीती थीं, 2019 में एक संगरूर रह गई जिस पर पार्टी प्रत्याशी की पिछले साल उपचुनाव में हार हुई। अब जालंधर से जीत के बाद लोकसभा में फिर से एंट्री हो गई है और उन्हें उम्मीद है कि बहुत जल्द पार्टी लोकसभा में बहुमत हासिल करेगी।