तेलंगाना के लोगों की अधूरी आकांक्षाओं पर शाह ने जतायी चिंता

उन्होंने युवाओं, दलितों और पिछड़े समुदायों के बीच व्याप्त असंतोष पर चिंता व्यक्त की

तेलंगाना के लोगों की अधूरी आकांक्षाओं पर शाह ने जतायी चिंता

हैदराबाद : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार के कार्यकाल में राज्य के लोगों की अधूरी आकांक्षाओं पर चिंता व्यक्त की। श्री शाह ने आज यहां संवाददाताओं से तेलंगाना के लोगों की कड़ी मेहनत के बावजूद प्रदेश के स्वाभिमान एवं सुभिक्षा तेलंगाना के आदर्शों और यहां के शहीदों की आकांक्षाएं अधूरी हैं। उन्होंने युवाओं, दलितों और पिछड़े समुदायों के बीच व्याप्त असंतोष पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने तेलंगाना में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को महत्वपूर्ण बताते हुए मतदाताओं से 30 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपना भरपूर समर्थन देने का आह्वान किया। उन्होंने तेलंगाना और राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में मतदाताओं की भूमिका पर जोर दिया तथा सकारात्मक परिवर्तन के लिए उनसे भाजपा को मौका देने के लिए पर विचार करने का आग्रह किया।

केंद्रीय गृह मंत्री ने मियापुर भूमि घोटाला, मिशन काकतीय, कालेश्वरम, आउटर रिंग रोड टोल, शराब घोटाला और ग्रेनाइट घोटाला सहित केसीआर सरकार से जुड़े विभिन्न भ्रष्टाचार के घोटालों को उल्लेख करते हुए सत्तारुढ़ बीआरएस पार्टी की तीखी आलोचना की। उन्होंने श्री चंद्रशेखर राव की सरकार पर अपने वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया तथा फिल्म सिटी, फार्मा सिटी, टेक्सटाइल सिटी और एजुकेशन सिटी जैसी पहलों को धोखाधड़ी करार दिया। श्री शाह ने राम मंदिर के चल रहे निर्माण और अनुच्छेद 370 को निरस्त करने तथा तीन तलाक मुद्दे के समाधान जैसी नीतियों के सफल कार्यान्वयन का हवाला देते हुए केंद्र सरकार के कार्यों की सराहना की। उन्होंने इसकी तुलना बीआरएसर सरकार की भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति में संलिप्तता से की। उन्होंने कहा कि धार्मिक राजनीति और असंवैधानिक धार्मिक आरक्षण के कारण तेलंगाना की छवि धूमिल होने का आरोप लगाया । उन्होंने ओबीसी, एससी और एसटी समुदायों को लाभ पहुंचाने के लिए आरक्षण के मुद्दे का समाधान करने का वादा किया।उन्होंने तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनने पर वैट कम करने के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।

राम मंदिर के चल रहे निर्माण पर प्रकाश डालते हुए श्री शाह ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त अयोध्या और काशी दर्शन की घोषणा की। उन्होंने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव और अंजैया जैसे नेताओं का अपमान करने के लिए कांग्रेस पार्टी की आलोचना की और दावा किया कि कांग्रेस और बीआरएस दोनों पार्टियों की विचारधारा समान है। उन्होंने राज्य में बुनियादी ढांचे और उद्योगों के निर्माण के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता पर बल दिया। केंद्रीय मंत्री ने पश्चिम बंगाल में भारतीय नागरिकता बेचे जाने के आरोपों के संदर्भ में कहा कि केंद्र सरकार फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने फ़िलिस्तीनी पार्टी के साथ गठबंधन करने के लिए ओवेसी की पार्टी के प्रति असहमति व्यक्त की और हैदराबाद में रोहिंग्याओं की उपस्थिति के बारे में चिंता व्यक्त की और उन्हें विश्वासघाती बताया। उन्होंने सभी के लिए समावेशी विकास के लिए सरकार के समर्पण और हैदराबाद में पुराने शहर की प्रगति पर जोर दिया।