एसजेवीएन ने ओएनजीसी-एसएसएल के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किए

ओएनजीसी के साथ हस्ताक्षरित एमओयू नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के संयुक्त विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा

एसजेवीएन ने ओएनजीसी-एसएसएल के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किए

शिमला : सतलुज जलविद्युत परियोजना के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने गुरुवार को बताया कि एसजेवीएन ने ऑयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) तथा हिंदुस्तान साल्ट्स लिमिटेड की अधीनस्थड कंपनी सांभर साल्ट्स लिमिटेड (एसएसएल) के साथ अलग-अलग समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

श्री शर्मा ने बताया कि ओएनजीसी के साथ हस्ताक्षरित एमओयू नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के संयुक्त विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। इसमें समुद्र तट से दूर तथा तटवर्ती सोलर, पवन, हाइब्रिड, आरटीसी परियोजनाएं, ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन अमोनिया आदि जैसी नई प्रौद्योगिकियों के उद्यम शामिल होंगे। परियोजनाओं का संयुक्त विकास ओएनजीसी और एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थग कंपनी एसजीईएल के मध्यन एक संयुक्त उपक्रम कंपनी के गठन द्वारा किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि मैसर्स एसएसएल के चिन्हित तटीय किनारों पर एसजीईएल द्वारा चरणबद्ध तरीके से सौर परियोजनाओं/पार्क के विकासार्थ सांभर साल्ट्स लिमिटेड के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं।उन्होंने आगे कहा कि दोनों पक्ष परियोजना विशिष्ट कार्यान्वयन समझौतों के माध्यम से सौर परियोजनाओं के विकासार्थ इक्विटी भागीदारी, राजस्व शेयरिंग तंत्र के लिए मार्ग तलाशेंगे। इस प्रकार के विकास नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एसजेवीएन के पदचिह्नों को और सुदृढ़ करेंगे और वर्ष 2040 तक 50,000 मेगावाट स्थापित क्षमता के महत्वाकांक्षी साझा विजन को प्राप्त करने में सहायक होंगे।