दबोचे गए जाली करेंसी के साथ तस्कर, एक गलती और फेल हुआ पूरा प्लान

97500 की भारतीय जाली मुद्रा के साथ वाराणसी के लालपुर से गिरफ्तार किए गए

दबोचे गए जाली करेंसी के साथ तस्कर, एक गलती और फेल हुआ पूरा प्लान

वाराणसी : बांग्लादेश से भारतीय जाली मुद्रा को प. बंगाल के सहयोगियों के माध्यम से फरक्का, मालदा के रास्ते उत्तर प्रदेश में लाकर अलग- अलग जिलों में तस्करी के माध्यम से पहुंचाने वाले गैंग के दो सदस्य यूपी एटीएस के हत्थे चढ़े हैं। 97500 की भारतीय जाली मुद्रा के साथ वाराणसी के लालपुर से गिरफ्तार किए गए । उत्तर प्रदेश एटीएस को आसूचना प्राप्त हुई थी कि उत्तर प्रदेश से कुछ लोग प. बंगाल के भारतीय जाली नोट तस्करों के गिरोह के संपर्क में हैं और प. बंगाल से भारतीय जाली मुद्रा जो बांग्लादेश में छपती है, को लाकर उत्तर प्रदेश के अलग अलग जिलों में सप्लाई करते हैं।

शनिवार समय सुबह 07.20 पर दो अभियुक्तों दीपक कुमार और चंदन सैनिक को वाराणसी आजमगढ़ रोड स्थित लालपुर घनश्याम डिग्री कॉलेज के पास से रु. 97500 की भारतीय जाली मुद्रा के साथ गिरफ्तार किया गया। दोनों अभियुक्त प. बंगाल के फरक्का से अपने प. बंगाल के तस्कर साथियों के द्वारा बांग्लादेश से तस्करी के माध्यम से लाई गयी भारतीय जाली मुद्रा लेकर वाराणसी आए थे। दोनों बड़े ही शातिर एवं अभ्यस्त तस्कर हैं, जो लगातार इस प्रकार के अपराधों में संलिप्त रहकर तस्करी एवं अन्य अपराधिक कार्य कर रहे हैं। अभियुक्त दीपक कुमार पूर्व में गांजा तस्करी के मामले में थाना मंधाता प्रतापगढ़ से एवं अभियुक्त चंदन सैनिक दो बार गांजा तस्करी एवं वाहन चोरी में जेल जा चुका है।