जिला बाल कल्याण परिषद का मुख्य उद्देश्य बच्चों में छुपी हुई प्रतिभा को निखारने एवं चहुंमुखी विकास करना हैं - नगराधीश

जिला बाल कल्यण परिषद द्वारा किया गया जिला स्तरीय राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन

जिला बाल कल्याण परिषद का मुख्य उद्देश्य बच्चों में छुपी हुई प्रतिभा को निखारने एवं चहुंमुखी विकास करना हैं - नगराधीश

सोनीपत। जिला बाल कल्याण परिषद के तत्वाधान तथा उपायुक्त ललित सिवाच के मार्गदर्शन में प्रतिवर्ष राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाता हैं, जिसमें जिले के सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के बच्चों द्वारा भाग लिया जाता हैं। इसी कड़ी में जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा गुरूवार को भाल भवन परिसर में ग्रीष्मकालीन अवकाश के मद्देनजर रुचिकर कक्षाओं (नृत्य, ड्रॉइंग एवं पेंटिंग, आत्मरक्षा प्रशिक्षण) का आयोजन में आयोजन किया गया।

इस दौरान नगराधीश डॉ० अनमोल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए जिला स्तरीय राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को सम्मानित किया तथा बच्चों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि जिला बाल कल्याण परिषद का मुख्य उद्देश्य बच्चों में छुपी हुई प्रतिभा को निखारने एवं चहुंमुखी विकास करना हैं। परिषद समय-समय पर बच्चों की प्रतिभा निखारने के लिए विभिन्न कायक्रमों का आयोजन करवाता रहता हैं। उन्होंने उपस्थित सभी बच्चों हौसला बढ़ाते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं में बच्चों को बढ़-चढक़ भाग लेना चाहिए। इस दौरान उन्होंने सभी विजेता बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा हुड्डा ने बताया कि राष्टï्रीय चित्रकला प्रतियोगिता को 4 ग्रप (ग्रीन, वाइट, येलो व रेड ग्रुप) में बांटा गया था। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में डीएवी मल्टीपर्पज स्कूल की उदिता, प्राची, भूमिका, ऋषिकुल विद्यापीठ स्कूल की भूमि, दिव्यांशी, अनुष्का, स्पेशल ग्रुप में लिटिल एंजेल स्कूल के गर्वित, दक्षेश, आर्व, भूमिका, वंशिका, आरती मानवी, प्रियांक,पार्थ तथा रूचि स्कूल से प्रतीक, आरती, रिंकू, मयंक विजेता रहे।

इस अवसर पर बाल संरक्षण कार्यालय से आरती बल्हारा (गैर संस्थानिक), आजीवन सदस्य प्रमोद कटारिया एवं बाल भवन के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।