1008 फरसाधारियों की टीम का होगा गठन, निर्माणाधीन भगवान परशुराम धाम के लिए-जयहिन्द

19 फरवरी को होगी कार्यकारिणी गठित और 36 बिरादरी के लोग होंगे शामिल

1008 फरसाधारियों की टीम का होगा गठन, निर्माणाधीन भगवान परशुराम धाम के लिए-जयहिन्द
1008 फरसाधारियों की टीम का होगा गठन, निर्माणाधीन भगवान परशुराम धाम के लिए-जयहिन्द
1008 फरसाधारियों की टीम का होगा गठन, निर्माणाधीन भगवान परशुराम धाम के लिए-जयहिन्द

चंडीगढ़ । बीते रविवार नवीन जयहिन्द ने निर्माणाधीन भगवान परशुराम धाम पहरावर (रोहतक) की जमीन पर  फरसाधारियों की एक मीटिंग रखी, जिसमे पूरे हरियाणा से सैकडों लोग पहुंचे। मीटिंग में सभी फरसाधारियों ने यह तय कि 108 फरसाधरी चुने जाएंगे जो समाज की खातिर हर समय तत्पर रहे। और 1008 फरसाधरी भी चिन्हित किए जाएंगे। जो कि निर्माणाधीन भगवान परशुराम धाम पहरावर(रोहतक) का काम व देखरेख रख सके। साथ ही मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि आने वाली 19 फरवरी रविवार को दोबारा यही मीटिंग की जाएगी, जिसमे आगे की रणनीति तय की जाएगी।

जयहिन्द ने बताया कि मुख़्यमंत्री जी क्यों धृतराष्ट्र बने हुए है क्या मुख़्यमंत्री जी को पहरावर की जमीन पर 31-31 फुट के भगवान भोलेनाथ का त्रिशूल और भगवान परशुराम का फारसा दिखाई नही देता क्या। यह पहरावर कि जमीन सभी फरसाधारियों ने अपने फरसे के दम पर 22 मई 2022 को ले ली थी, इन फरसाधारियों को सरकार द्वारा किसी कागज पत्र की जरूरत नही है।

जयहिन्द ने कहा अगर मुख़्यमंत्री जी यहां पहरावर की जमीन पर आकर कोई कार्यक्रम करना चाहते है तो सौ करोड़ रुपये यहां स्कूल, कॉलेज व हॉस्पिटल बनवाने के लिए देकर जाए तो हम उनका स्वागत लाल कार्पेट पर करेंगे और साथ ही एक ब्राह्मण की गर्दन काटने वाली बात पर मुख्यमंत्री माफी मांगे। जमीन के कागज देकर जाने की कोई जरूरत नही है। पिछले पन्द्रह सालो से सरकारों ने इस समाज को कमजोर मान रखा था।

जो लोग समाज के नाम पर ठेकेदारी और सरकार की ऐजेंटगिरी करते है उन सभी को जयहिन्द ने चेतावनी देते हुए कहा कि वे ये सब चीजें करना बंद करे, क्योंकि यह समाज के मान सम्मान और स्वाभिमान की बात है। इस सभी फरसाधारियों ने हाथ जोड़कर यह पहरावर कि जमीन नही ली बल्कि सरकार के हाथ तोड़कर ली है और इसका श्रेय सिर्फ उन हजारो फरसाधारियों को है ओर यह आने वाले सौ सालों तक रहेगा।

आप सभी को गुरु रविदास जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं

जैसा कि आप जानते है कि रविवार 5 फरवरी को गुरु रविदास जयंती मनाई गई। इसी संदर्भ में नवीन जयहिन्द रोहतक के मोखरा गांव में गुरु रविदास जी की जयंती पर आयोजित दो भंडारों में पहुंचे। जहां उन्होंने सभी के अच्छे भविष्य की कामना की ओर भंडारा ग्रहन किया।

जयहिन्द ने बताया कि महान गुरु रविदास जी एक ईश्वर में विश्वास और निष्पक्ष धार्मिक कविताओं के लिए जाने जाते है। उन्होंने अपना पूरा जीवन जाति व्यवस्था के उन्मूलन  में लगा दिया ओर जाति व्यवस्था की धारणा का खुले तौर पर तिरस्कार किया।