ई टेंडरिंग प्रणाली के विरोध में सरपंचों ने किया विरोध प्रदर्शन

भारतीय किसान यूनियन सदस्यों ने किया सरपंचों का समर्थन

ई टेंडरिंग प्रणाली के विरोध में सरपंचों ने किया विरोध प्रदर्शन
कलायत। ई-टेंडरिंग के विरोध में कलायत उपमंडल के सरपंचों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर कैंची चौंक पर प्रदेश मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। विरोध प्रदर्शन के दौरान भारतीय किसान यूनियन सदस्यों के अलावा जिला पार्षद दीप बालू द्वारा सरपंचों का समर्थन किया गया। सोमवार सुबह ब्लाक के सभी सरपंच व प्रतिनिधि बीडीपीओ कार्यालय परिसर में एकत्रित हुए उसके बाद प्रदर्शन करते हुए कैंची चौक पर जाकर प्रदेश मुख्यमंत्री का पुतला फूंका गया। सरपंचों ने कहा कि सरपंचों के प्रति ईटेंडरिंग को लेकर सरकार की मंशा ठीक नहीं है। 93 में जो अमेंडमेंट हुआ था तथा सरपंचों को गांव के विकास के लिए बहुत से अधिकार दिए गए थे। सरकार उन अधिकारों को समाप्त करने पर तुली है। जब तक ई-टेंडरिंग प्रणाली बंद नहीं होगी तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। 25 जनवरी को सरपंचों की प्रदेश स्तरीय बैठक होने जा रही है उसमें जो भी फैसला लिया जाएगा उसके अनुसार आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
दिल्ली की तर्ज पर सरपंचों के साथ आंदोलन करेगी भारतीय किसान यूनियन:
भारतीय किसान यूनियन प्रदेश प्रवक्ता गुरनाम सिंह सहारण ने कहा सरकार नित नए कानून बनाकर प्रदेश के लोगों के हितों से खिलवाड़ कर रही है। अब जो सरपंचों के अधिकार समाप्त करने के लिए ई-टेंडरिंग प्रणाली लागू की गई है वह गांव के विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करने के अलावा कुछ नहीं है। पंचायती राज मंत्री द्वारा पंचायत संस्थानों को बदनाम किया जा रहा है जबकि सरकार में बैठे मंत्रियों द्वारा अधिकारियों के जरिए मोटा कमीशन वसूलने के लिए ई-टेंडरिंग प्रणाली को लागू किया गया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ई-टेंडरिंग प्रणाली को जल्द समाप्त नहीं किया गया तो दिल्ली की तर्ज पर सरपंचों के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटेगी।