नारी सशक्तिकरण के लिए जीवनपर्यंत लड़ती रही सावित्रीबाई फूले-शिक्षा मंत्री

भारतीय समाज में महिलाओं के समग्र सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। सावित्रीबाई फूले, जो नारी शक्ति की प्रतीक हैं और नारी सशक्तिकरण की महान क्रांति की अग्रदूत बनी। नारी सशक्तिकरण का विषय अब केंद्र और राज्य सरकारों का मुख्य केंद्र बन गया है। उन्होंने बताया कि हमारी बेटियां बहुत कुशल व प्रतिभाशाली है।

नारी सशक्तिकरण के लिए जीवनपर्यंत लड़ती रही सावित्रीबाई फूले-शिक्षा मंत्री
यमुनानगर-हरियाणा के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल ने बताया कि देश की पहली महिला शिक्षक एवं वंचित वर्गों की शिक्षा और समानता की प्रबल समर्थक क्रान्तिज्योति और नारी मुक्ति आंदोलन की प्रणेता सावित्रीबाई फूले ने न केवल समाज में प्रचलित कुप्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाई बल्कि वे नारी सशक्तिकरण के लिए जीवनपर्यंत लड़ती भी रही। हमारे धार्मिक ग्रंथों में यह साफ-साफ शब्दों में वर्णित है कि जहां नारी का सम्मान होता है, वहां देवताओं का वास होता है।  जिस परिवार, समाज व देश में नारी का सम्मान नहीं होता वह देश और समाज तरक्की नहीं करता। सावित्रीबाई फूले ने अपने पति महात्मा ज्योतिबा फूले के साथ मिलकर अस्पृश्यता, आधिपत्य, जातिवादी व्यवस्था, समाज विरोधी व यथास्थितिवादी ताकतों के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ कर महिलाओं की शिक्षा के लिए क्रान्तिकारी अभियान शुरू किए। 
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने बताया कि वास्तव में यह भारतीय समाज में महिलाओं के समग्र सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। सावित्रीबाई फूले, जो नारी शक्ति की प्रतीक हैं और नारी सशक्तिकरण की महान क्रांति की अग्रदूत बनी। नारी सशक्तिकरण का विषय अब केंद्र और राज्य सरकारों का मुख्य केंद्र बन गया है। उन्होंने बताया कि हमारी बेटियां बहुत कुशल व प्रतिभाशाली है। अगर उन्हें सही प्रकार से मार्गदर्शन व उचित पटल प्रदान किया जाए, तो वे जीवन में नई उचांइयों को छू सकती हैं। साथ ही समाज और देश की तरक्की में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। हरियाणा की बात की जाए तो यहां महिला प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। हमें महिलाओं की प्रतिभा को कम नहीं आंकना चाहिए। उनमें कौशल, कला, प्रबंधन और एकाग्रता, अनुशासन और नेतृत्व के दृढ़ संकल्प के साथ कई मोर्चों पर नेतृत्व करने की एक बड़ी क्षमता है। जरूरत है एक ऐसे पटल की, जो बिना किसी भेदभाव के उन्हें प्रोत्साहित करे। 
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कई पहल की हैं। महिला उद्यमिता मंच स्थापित करना नीति आयोग की प्रमुख पहल है, जो महिला उद्यमियों के लिए अपनी तरह का एक एकीकृत सूचना पोर्टल है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में भी सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित वर्गों पर विशेष जोर दिया जाएगा, महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए देश में प्रधान मंत्री उज्जवला योजना (पीएमयूवाई) की शुरूआत की गई जिससे लकड़ी के धुंए से छुटकारा मिलेगा।