मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव अग्रवाल ने सांग महोत्सव का किया शुभारंभ

महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल सोमवार को हरियाणा कला परिषद के सभागार में सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग की तरफ से आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित धनपत सिंह सांगी की स्मृति में आयोजित 5 दिवसीय सांग महोत्सव के उदघाटन सत्र में बोल रहे थे।

मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव अग्रवाल ने सांग महोत्सव का किया शुभारंभ

कुरुक्षेत्र - मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल ने कहा कि सांग विद्या प्रदेश की संस्कृति और विरासत का अटूट अंग है। इस प्रदेश की संस्कृति को समृद्ध बनाने में सांग जैसी विद्याओं का अहम योगदान है। इसलिए इस प्राचीन संस्कृति को सहेजने और आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार काम कर रही है और आने वाले समय में प्रदेश के सभी क्षेत्रों में कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।

महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल सोमवार को हरियाणा कला परिषद के सभागार में सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग की तरफ से आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित धनपत सिंह सांगी की स्मृति में आयोजित 5 दिवसीय सांग महोत्सव के उदघाटन सत्र में बोल रहे थे। इससे पहले महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल ने महान सांगी धनपत सिंह की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और दीपशिखा प्रज्वलित करके विधिवत रूप से 5 दिवसीय सांग महोत्सव का शुभारंभ किया। महानिदेशक ने कहा कि हरियाणा की संस्कृति सबसे समृद्ध संस्कृति है, इस प्रदेश के माटी के कण-कण में संस्कृति का वास है। इस प्रदेश में सांग सबसे प्राचीन और परम्परागत विद्या है। इस विद्या से हरियाणा प्रदेश की संस्कृति का अटूट और अनोखा संबंध है। इस सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने और सहेजने का काम प्रदेश सरकार की तरफ से किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को एक बडा स्वरूप देने का कार्य प्रदेश सरकार की तरफ से किया गया। इस गीता स्थली की धरा पर आज से 5 हजार वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता के उपदेश दिए जो आज भी पूरे विश्व के लिए पूर्णतया प्रासंगिक है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन मॉरीशिस, लंदन, कनाडा में किया जा चुका है और अब 28 से 30 अप्रैल तक ऑस्ट्रेलिया में भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की तरफ से संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति विकास बोर्ड का गठन किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणा के अनुसार ही कला, संस्कृति और कलाकारों को बढावा देने के लिए प्रसिद्ध सांगी धनपत सिंह सांगी की स्मृति में 5 दिवसीय सांग महोत्सव का आयोजन करने के साथ-साथ पुरस्कार राशि भी दी जाएगी।

अतिरिक्त प्रधान सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोक कलाकारों के लिए कई घोषणाएं की है। इन घोषणाओं में 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के बुर्जुग कलाकारों को आजीवन पेंशन देने की भी योजना है, जो कलाकार बुर्जुग हो चुके है और जिन बुर्जुग कलाकारों के आगे रोजी रोटी का भी संकट है उन कलाकारों को आजीवन पेंशन मिलने से एक आर्थिक रूप से बड़ा योगदान मिलेगा। अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि विभाग की तरफ से पहली बार प्रदेश में सांग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस सांग महोत्सव में प्रदेश भर से 18 टीमों ने भाग लेने के लिए आवेदन किया और मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार प्रसिद्ध सांगी धनपत सिंह की स्मृति में इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंत में महानिदेशक डा. अमित अग्रवाल व उपायुक्त शांतनु शर्मा ने प्रसिद्घ सांगियों को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन परियोजना अधिकारी डा. प्रेम कुमार आर्य ने किया। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी, हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय बसीन, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय डीवाईसीए के निदेशक डा. महा सिंह पुनिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।