विधानसभा का पहला सत्र आज से, नए सदस्य लेंगे शपथ

मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा का सत्र 18 से 21 दिसंबर तक होगा

विधानसभा का पहला सत्र आज से, नए सदस्य लेंगे शपथ

भोपाल : मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा का सत्र 18 से 21 दिसंबर तक होगा। प्रथम सत्र के पहले दिन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होगी। इस दौरान यहां दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। श्रद्धांजलि के बाद नव निर्वाचित विधानसभा सदस्यों की सूची पटल पर रखी जाएगी। उसके बाद नव निर्वाचित विधानसभा सदस्य शपथ लेंगे। सभी सदस्यों को प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव शपथ दिलाएंगे। सत्र के पहले और दूसरे दिन विधानसभा सदस्यों की शपथ होगी। तीसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन और राज्यपाल का अभिभाषण होगा। 21 दिसंबर को शासकीय कार्य और राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता प्रस्ताव पर चर्चा होगी। जानकारी के मुताबिक, विधानसभा की बैठकें दो शिफ्ट में होगी। पहली शिफ्ट सुबह 11 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक बैठकें होंगी। विधानसभा के इस पहले सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शामिल नहीं होंगे। उन्होंने विधानसभा को इसकी जानकारी दे दी है। विधानसभा के पहले सत्र में कांग्रेस जोरदार विरोध करेगी। कांग्रेस विधानसभा में किसान, युवा, रोजगार, व्यापमं और परीक्षा में गड़बड़ी के मामलों को उठाएगी।

विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने हृद्ग2ह्य18 को बताया कि विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह पूरे प्रदेश के लोग लाइव देख सकेंगे। इसके लिए टीवी चैनल के जरिये व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा है कि सुरक्षा व्यवस्था अचूक रहेगी। प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने कहा कि विधानसभा में नव निर्वाचित विधायकों के परिजनों के लिए भी बैठने की व्यवस्था की गई है। अनुपूरक बजट का प्रस्ताव अभी नहीं आया है। उन्होंने कहा कि संसद में घटना के बाद विधानसभा की सुरक्षा के लिए निर्देश दिए हैं। विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहेगी। विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था आईपीएस अफसर की निगरानी में होगी। विधानसभा में अध्यक्ष का निर्वाचन भी होगा।

कांग्रेस कर सकती है हंगामा

दूसरी ओर, कांग्रेस ने विधानसभा में सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर रखी है। कांग्रेस प्रदेश में अपनी नई टीम के जरिये पहले ही विधानसभा सत्र से आक्रामक अंदाज में शुरुआत करना चाहती है। सदन में विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी ,परीक्षाओं में गड़बड़ी और व्यापम जैसे मामलों को लेकर हंगामा कर सकता है। बता दें, मध्य प्रदेश में कांग्रेस को चुनावों में लगातार हार का मुंह देखना पड़ रहा है। बीजेपी के 166 विधायकों के सामने विधानसभा में कांग्रेस के सिर्फ 63 विधायक ही हैं। ऐसे में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के सामने मजबूती से अपनी बात रखना एक बड़ी चुनौती होगी। हालांकि सिंघार का दावा है कि हम मध्य प्रदेश में मजबूत और हर चुनौती से लडऩे के लिए तैयार हैं। किसानों को समय पर खाद बीज नहीं मिल रहा है, बिजली की उपलब्धता 24 घंटे नहीं है, व्यापम, पटवारी परीक्षा के घोटाले जैसे कई मुद्दे हैं, जिन पर हम सरकार को सदन से सडक़ तक घेरेंगेे।