भारतीय अर्थव्यवस्था में गुजरात का योगदान 8.3 प्रतिशत: सीतारमण
गुजरात को उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) का अच्छा फायदा मिल रहा है
अहमदाबाद : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि गुजरात राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 8.3 प्रतिशत से अधिक का योगदान दे रहा है जबकि इसकी आबादी पांच प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि गुजरात को उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) का अच्छा फायदा मिल रहा है। गुजरात के अहमदाबाद में गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जीसीसीआई) द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘संवाद - विकसित भारत एट 2047’ में वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य के प्रति सरकार आशावान और प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी सरकार आने से पहले देश में मुद्रास्फीति दहाई अंक में थी और भारत से पूंजी का पलायन हो रहा था। मोदी सरकार ने निर्णायक सुधारों के जरिये अर्थव्यवस्था को नयी दिशा दी और सबके प्रयास से आज भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत है।
वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अवरुद्ध ऋणों (एनपीए) की समस्या का सीधे तरीके से सामना कर दोहरी बैलेंस शीट की समस्या को दूर कर दिया है। उल्लेखनीय है कि दोहरे बैलेंस शीट की समस्या वह स्थिति होती है जिसमें कर्ज न चुका कंपनियों और कर्ज देने वाले बैंकों दोनों की बैलेंस शीट विश्वसनीय नहीं हुआ करती थी। वित्त मंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भारतीय बैंकों ने दूसरे देशों के बैंकों की तुलना में अधिक मजबूती का परिचय दिया। भारत में बैंकों के विलय की सहजता भी देश की वित्तीय क्षेत्र की ताकत को प्रदर्शित करती है। उन्होंने भारत में सूक्ष्म, लघु एवं मझौले उद्यम क्षेत्र (एमएसएमई), नये उभरते अंतरिक्ष उद्योग और कोयला जैसे पुनर्जीवित क्षेत्र भारत की विनिर्माण-केंद्रित आर्थिक दृष्टि के साथ जुड़े हुये हैं।
श्री सीतारमण ने कहा कि निवेश आकर्षित करने और पीएलआई जैसी प्रगतिशील नीतियों को बढ़ावा देने में गुजरात की महत्वपूर्ण भूमिका स्पष्ट है और कपड़ा, सेमीकंडक्टर, रसायन और एयरोस्पेस में इसकी सफलता इसकी वैश्विक आर्थिक क्षमता को उजागर करती है। गुजरात की प्रशंसा करते हुये उन्होंने कहा कि पांच प्रतिशत आबादी वाला राज्य राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 8.3 प्रतिशत से अधिक का योगदान दे रहा है।