बिहार लोकसभा चुनाव में कई प्रत्याशी अचानक से आये सुर्खियों में

बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव 19 अप्रैल से 01 जून तक सात चरणों में कराये जा रहे हैं

बिहार लोकसभा चुनाव में कई प्रत्याशी अचानक से आये सुर्खियों में

पटना : बिहार लोकसभा चुनाव 2024 में इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया गठबंधन) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कई प्रत्याशी अचानक से सुर्खियों में आ गये हैं। बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव 19 अप्रैल से 01 जून तक सात चरणों में कराये जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में इंडिया गठबंधन और राजग के कई प्रत्याशी अचानक सुर्ख़ियों में आ गए हैं। चुनाव के घोषणा के पूर्व तक शायद ही किसी को अंदाज़ा था कि वे चुनाव मैदान में दिखाई देंगे लेकिन मौजूदा परिप्रेक्ष्य में इंडिया गठबंधन और राजग के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं और सुर्खियों में आ गये हैं।

इंडिया गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कई प्रत्याशी इन दिनों मीडिया में सुर्खियों में बने हुये हैं। जमुई (सु) से राजद प्रत्याशी अर्चना रविदास ने अपनी किस्मत आजमायी है। अर्चना रविदास मुंगेर के राजद नेता अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव की पत्नी हैं और उनका मायका जमुई क्षेत्र में है। मुकेश यादव ने वर्ष 2020 में मुंगेर विधानसभा क्षेत्र से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जहां उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रणव कुमार ने मात दी थी। अर्चना रविदास ने तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से स्नातक और पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। इससे पहले अर्चना रविदास को परिवार से बाहर के लोग शायद ही जानते थे, लेकिन अब उन्हें हर कोई जानने लगा है। अर्चना रविदास अपने रील्स और वीडियो को लेकर भी सोशल मीडिया मे सुर्खियों में रहती है।

मुंगेर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रही अनीता देवी महतो, बाहुबली अशोक महतो की पत्नी हैं।अनीता देवी महतो का नाम पहली बार मार्च 2024 में सुर्खियों में तब आया था, जब उन्होंने अपनी उम्र से काफी बड़े अशोक महतो से शादी की थी।मूल रूप से लखीसराय की रहने वाली अनीता देवी महतो पेशे से फार्मसिस्ट हैं। वह शादी से पहले उत्तर रेलवे सेंट्रल हॉस्पिटल, नई दिल्ली में चीफ़ फार्मसिस्ट थी।अशोक महतो बहुचर्चित नवादा जेल ब्रेक कांड में 17 साल की सज़ा काट चुके हैं।अशोक महतो पर ही वेब सीरीज 'खाकी द बिहार चैप्टर' बनी थी। यह सीरीज बिहार के नामी भारतीय पुलिस सेवा(आईपीएस) अधिकारी अमित लोढ़ा की किताब ‘बिहार डायरीज’ पर आधारित है। इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस के टिकट पर समस्तीपुर (सु) से समाजवाद के पुरोधा पूर्व विधायक-सासंद रामसेवक हजारी के पौत्र और पूर्व सांसद महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। बिहार सरकार में सूचना जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी भी इन दिनों काफी चर्चा में हैं।

इंडिया गठबंधन में ही शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के टिकट पर गोपालगंज (सु) से चुनाव लड़ रहे प्रेमनाथ चंचल उर्फ चंचल पासवान भी मीडिया में चर्चा में हैं। प्रेमनाथ चंचल उर्फ चंचल पासवान (भाजपा) के अनुसूचित जाति मोर्चा जिलाध्यक्ष ई. सुदामा मांझी के पुत्र हैं। प्रेमनाथ चंचल ने जे.पी विश्वविद्यालय छपरा से रसायन विज्ञान से एमएससी की डिग्री हासिल की है। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बचपन से ही जुड़े रहे हैं। वह पेशे से गैस एजेंसी के मालिक हैं। इंडिया गठबंधन के घटक वामदल में शामिल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के टिकट पर खगड़िया संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे संजय कुमार भी अचानक से सुर्खियों में आ गये हैं। वह पूर्व विधायक योगेन्द्र सिंह के पुत्र और विभूतिपुर के विधायक अजय कुमार के भाई हैं।

राजग में शामिल चिराग पासवान की पार्टी लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के तीन प्रत्याशी भी इन दिनों खूब सुर्खियों में हैं। समस्तीपुर (सु) से चुनाव लड़ रही शांभवी चौधरी बिहार सरकार में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री और महावीर मंदिर न्यास के सचिव और पूर्व आइपीएस अधिकारी किशोर कुणाल की बहू और सायण कुणाल की पत्नी हैं। शांभवी चौधरी के दादा स्वर्गीय महावीर चौधरी भी बिहार सरकार में मंत्री और कई बार विधायक थे।शांभवी चौधरी ने स्नातक की पढ़ाई देश के जाने-माने कॉलेज लेडी श्री राम कॉलेज और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से की है। शांभवी फिलहाल मगध यूनिवर्सिटी से पीएचडी भी कर रही हैं।

लोजपा-रामविलास के टिकट पर जमुई (सु) से अरूण भारती ने अपनी किस्मत आजमायी है।अरुण भारती कांग्रेस की पूर्व मंत्री डॉ. ज्योति के पुत्र हैं। डॉक्टर ज्योति बिहार में कांग्रेस की कद्दावर नेता रही हैं। वह बिहार में विधायक, बिहार विधान परिषद् की सदस्य रहने के साथ ही बिहार सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। अरुण भारती के पिता राम यश राम बोकारो स्टील सिटी में कमर्शियल ऑब्जर्वर के पद पर काम किया कर चुके हैं।अरुण भारती दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बैचलर इन कॉमर्स हैं। इसके अलावा उन्होंने इंग्लैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ स्ट्रेथक्लाइड यू.के से एमबीए की पढ़ाई की है। अरुण भारती ने दिल्ली में एक बैंकर के रूप में मल्टीनेशनल कंपनी बैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में काम किया है। लोजपा (रामविलास) के टिकट पर खगड़िया संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे राजेश वर्मा भी चर्चा में हैं।राजेश वर्मा वर्ष 2017 में भागलपुर के डिप्टी मेयर थे। इसके बाद राजेश वर्मा ने वर्ष 2020 में लोजपा के टिकट से 2020 में भागलपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ा। इस चुनाव में वह तीसरे नंबर पर रहे। राजेश वर्मा बिहार के भागलपुर जिले के जाने माने कारोबारी माने जाते हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।

राजग में शामिल जदयू के टिकट पर सीवान सीट से चुनाव लड़ रही विजया लक्ष्मी देवी भी चर्चा में बनी हुयी हैं। वह जीरादेई के पूर्व विधायक रमेश सिंह कुशवाहा की पत्नी हैं। श्री रमेश कुशवाहा हाल ही में उपेन्द्र कुश्वाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा छोड़कर अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी के साथ जदयू में शामिल हुये हैं। लोकसभा चुनाव बिहार में इन प्रत्याशियों को अचानक सुर्ख़ियों में ला दिया है। मीडिया, सोशल मीडिया , गूगल सर्च पर इनके बारे में लोग जानकारी ले रहे हैं। देखना दिलचस्प होगा कि अचानक सुर्खियों में आये कितने प्रत्याशी चुनाव परिणाम आने के बाद सुर्खियों में बने रह पाते हैं।