कुमाऊं में अतिवृष्टि का कहर जारी

मकान काली नदी में समाया, चीन सीमा से संपर्क कटा

कुमाऊं में अतिवृष्टि का कहर जारी

नैनीताल : उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में अतिवृष्टि का कहर जारी है और पिथौरागढ़ जिला में मूसलाधार बारिश के कारण एक मकान ढह गया है। तवाघाट-लिपूलेख बंद होने से चीन सीमा से संपर्क कटा हुआ है। मंडल में कुल 28 सडक़ें मलबा आने से बंद हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित धौलीगंगा जल विद्युत बांध में पानी के साथ मलबा आने की खबर है। बांध की सफाई के लिये जिला प्रशासन के निर्देश पर आज बांध से पानी छोड़ा गया जिससे काली नदी का बहाव यकायक बढ़ गया। काली नदी में पानी बढऩे से खोंतिला में नदी के किनारे बना एक मकान बहाव की चपेट में आ गया और काली नदी में समा गया, हालांकि किसी के जानमान के नुकसान की सूचना नहीं है। बताया जा रहा है कि खतरे की आशंका के कारण प्रशासन ने लोगों को पहले ही इस घर से हटा लिया था।

कालापानी क्षेत्र में 400 से 500 बकरियों के मलबे में दबे होने की भी सूचना है। पिथौरागढ़ जिला प्रशासन की ओर से इस खबर की पुष्टि की जा रही है। बताया जा रहा है कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित कालापानी में मंदिर के पास स्थानीय नाला यकायक उफनाने लगा। जिससे पास ही स्थित बकरियों का झुंड मलबे की चपेट में आ गया।

पिथौरागढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार खबर की पुष्टि के प्रयास किये जा रहे हैं। पिथौरागढ़-तवाघाट और घटियाबगड़-लिपूलेख मार्ग के बंद होने से व्यास घाटी से सटे चीन सीमा से संपर्क कटा हुआ है। पिथौरागढ जिले में कुल 10 सडक़ें बंद हैं।

चंपावत जिले में चंपावत-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के चलते कई यात्री फंसे हुए है। यात्रियों को चंपावत में ठहराया गया है। जिलाधिकारी नरेन्द्र भंडारी की ओर से यात्रियों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं। किराड़ा नाला में लंबे समय से हो रहे भूस्खलन के चलते मार्ग यातायात के लिये बंद है। श्री भंडारी ने टनकपुर के पास आज किराड़ा नाले का भी निरीक्षण किया। भारी बारिश के कारण नैनीताल में हालात अस्त-व्यस्त हो गये हैं। मलबा आने से नैनीताल जिले में 11 सडक़ें अवरूद्ध हैं। बागेश्वर और अल्मोडा जिले में भी तीन-तीन मार्ग बंद हैं।