पंजाब, हरियाणा पावर यूटिलिटीज की सालाना रैंकिंग में सुधार

चंडीगढ़ ए से बी ग्रेड पर फिसला, वार्षिक एकीकृत रेटिंग अभ्यास, 2012 से विद्युत मंत्रालय के अनुमोदन और मार्गदर्शन के तहत किया जा रहा है।

पंजाब, हरियाणा पावर यूटिलिटीज की सालाना रैंकिंग में सुधार

जालंधर - विद्युत मंत्रालय की 11वीं राष्ट्रीय वार्षिक रैंकिंग रिपोर्ट में पंजाब (पीएसपीसीएल) और हरियाणा (डीएचबीवीएन और यूएचबीवीएन) की बिजली उपयोगिताओं में सुधार हुआ है, जबकि चंडीगढ़ ग्रेड ए से बी ग्रेड पर फिसल गया।

वार्षिक एकीकृत रेटिंग अभ्यास, 2012 से विद्युत मंत्रालय के अनुमोदन और मार्गदर्शन के तहत किया जा रहा है। वर्तमान रिपोर्ट में भारत भर में 45 राज्य डिस्कॉम, 14 निजी डिस्कॉम और 12 बिजली विभागों सहित 71 बिजली वितरण उपयोगिताओं को शामिल किया गया है। इस वर्ष 51 में से कुल 10 बिजली उपयोगिताओं को ए प्लस रेटिंग मिली है, जिसमें सात राज्य के स्वामित्व वाली और चार निजी वितरण कंपनियां शामिल हैं। ए प्लस श्रेणी में राज्य के स्वामित्व वाली कंपनियां गुजरात से चार, हरियाणा से एक और दादरा नगर हवेली से एक है। तीन निजी कंपनियां भी ए प्लस श्रेणी में मुंबई में अडानी और टाटा और उत्तर प्रदेश में नोएडा में हैं। अडानी 99.6 प्रतिशत स्कोर के साथ सूची में सबसे ऊपर है।

ऑल इंडिया इंजीनियर एसोसिएशन के प्रवक्ता वी के गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि पीएसपीसीएल रैंकिंग में बी ग्रेड से एक ग्रेड के साथ 16वें स्थान से 11वें स्थान पर पहुंच गया है। इसके कुल अंक 62.31 प्रतिशत से बढ़कर 83.81 प्रतिशत हो गए। पीएसपीसीएल के मामले में उच्च कुल सब्सिडी संवितरण (बुक की गई सब्सिडी का 105 प्रतिात), एसीएस-एआरआर गैप वित्तीय वर्ष 2021 में 0.08 से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2022 में (-0.18) हो गया। एटी एंड सी घाटे में वित्तीय वर्ष 2021 में 18.5 प्रतिशत से वर्ष 2022 में 11़ 7 प्रतिशत का सुधार हुआ है। मुख्य रूप से संग्रह दक्षता में सुधार (92 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक सुधार हुआ।

डीएचबीवीएन और यूएचबीवीएन दोनों को ए प्लस ग्रुप में रखा गया है। डीएचबीवीएन ने अपने मूल्यांकन में 85.71 प्रतिशत से 89.31 प्रतिशत तक सुधार किया है और इसे 9वें स्थान पर रखा गया है। डीएचबीवीएन ने 87.61 प्रतिशत के साथ ए से ए प्लस तक अपनी स्थिति में सुधार किया है। डीएचबीवीएन एसीएस-एआरआर गैप (नकद समायोजित) में वर्तमान में 100 प्रतिशत की संग्रह दक्षता के साथ शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में से है। डीएचबीवीएन ने वित्तीय 2021 में एसीएस-एआरआर गैप में माइनस 0.22 से माइनस 0़34 का सुधार किया है। डीएचबीवीएन की संग्रह दक्षता वर्तमान में 100 प्रतिशत है और ईंधन लागत का स्वचालित पास-थ्रू है। चंडीगढ़ बिजली विभाग 54.91 प्रतिशत स्कोर के साथ ए से बी ग्रेड पर फिसल गया है।