जापान को हराकर सेमीफाइनल में मलेशिया

ताकुमा निवा ने 59वें मिनट में जापान का पहला गोल किया लेकिन इस समय तक मैच उनके हाथ से निकल चुका था

जापान को हराकर सेमीफाइनल में मलेशिया

चेन्नई : मलेशिया ने भारत के हाथों 18 घंटे पहले मिली हार से उभरते हुए सोमवार को एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी में जापान को 3-1 से हराकर टूर्नामेंट में ज़ोरदार वापसी की। मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम पर खेले गये मुकाबले में मलेशिया ने नजमी जज़लान (13वां मिनट), हसन अज़ुआन (37वां मिनट) और शेलो सिल्वेरियस (59वां मिनट) के गोलों से जीत दर्ज की। ताकुमा निवा ने 59वें मिनट में जापान का पहला गोल किया लेकिन इस समय तक मैच उनके हाथ से निकल चुका था। जापान ने मुकाबले में कई मौके बनाये लेकिन उन्हें न भुना पाने के कारण उसे हार का सामना करना पड़ा। दूसरी ओर, मैच में ज्यादातर समय दबाव में रही मलेशियाई टीम अवसरों को गोल में बदलने के कारण सेमीफाइनल में जगह पक्की करने में सफल रही।

मुकाबले की डिफेंसिव शुरुआत करने वाले मलेशिया के लिये पहला मौका तब बना जब गेंद जापान के सर्किल में शोता यमाता के पांव से लगने के कारण उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला। काइतो तनाका ने राज़ी रहीम की ड्रैग फ्लिक रोककर मलेशिया को बढ़त नहीं लेने दी, हालांकि 13वें मिनट में जज़लान ने सफल ड्रैग फ्लिक मारकर मलेशिया का पहला गोल कर दिया। अगले तीन क्वार्टरों में जापान पूरी तरह हावी रहा, हालांकि कुछ कारणों से वह गोल नहीं कर सका। यमाता ने दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में मिले फ्री हिट की मदद से दाहिने फ्लैंक पर आक्रमण शुरू किया। रयोसेई काटो गेंद को लेकर मलेशिया के गोल के करीब पहुंचे लेकिन गेंद पर काबू नहीं रख सके। तनाका ने कुछ देर बाद मलेशियाई सर्किल के ऊपर से गोल करने का प्रयास किया लेकिन ज़ैमी मैट डेरिस ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। जापान ने हाफ टाइम तक मलेशिया को डिफेंस में ढकेल दिया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद गोल नहीं कर सकी।

मलेशिया के कप्तान ने तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में अपने गोल के करीब गेंद जापानी फॉरवर्ड रयोमा ऊका के हाथों में जाने दी। ऊका गोलपोस्ट के बेहद करीब होने के बावजूद गेंद और नेट का संगम नहीं करवा सके। इस बीच, फितरी सारी ने जापान के आक्रमण का जवाब देते हुए 37वें मिनट में विपक्षी टीम के सर्किल में जगह बनायी। उनका शॉट एक जापानी खिलाड़ी के पैर पर जा लगा, लेकिन हसन ने पेनल्टी कॉर्नर का इंतज़ार किये बिना गेंद को गोलपोस्ट में पहुंचाकर मलेशिया की बढ़त दोगुनी कर दी। जापान के ताबूत में आखिरी कील 59वें मिनट में सिल्वेरियस ने ठोकी और गोलकीपर ताकुमी कितागावा को छकाकर मलेशिया का तीसरा गोल कर दिया। जापान को उसी मिनट में निवा की हॉकी स्टिक से सांत्वना गोल मिला लेकिन यह उसकी हार टालने के लिये नाकाफी था।