मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए 33.50 करोड़ रुपये जारी

बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष मुख्य सचिव ए वेणु प्रसाद, पुलिस महानिदेशक गौरव यादव और सेना और एनडीआरएफ के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए 33.50 करोड़ रुपये जारी

चंडीगढ़ - पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण राज्य में उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए पंजाब सरकार ने राज्य के आपदा राहत कोष से तत्काल 33.50 करोड़ रुपये जारी किये हैं।

स्थिति का जायजा लेने के लिए पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने सोमवार को संबंधित विभागों के प्रशासनिक सचिवों और सभी जिलों के उपायुक्त और एसएसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष मुख्य सचिव ए वेणु प्रसाद, पुलिस महानिदेशक गौरव यादव और सेना और एनडीआरएफ के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में स्थिति पर नजर रखने और बाढ़ के संभावित खतरे से निपटने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद जिलों के नागरिक और पुलिस प्रशासन को तत्परता से मैदान में तैनात किया गया है। इसमें डीसी, एसएसपी, एसडीएम, तहसीलदार, बीडीपीओ, पटवारी के अलावा संबंधित विभागों के फील्ड अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मैदानी अधिकारी जन-प्रतिनिधियों और आम लोगों से लगातार संपर्क बनाये रखें। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए धन की कोई कमी नहीं है और राज्य के आपदा राहत कोष से तत्काल 33.50 करोड़ रुपये जारी किये गये हैं।

बैठक में जल संसाधन विभाग ने राज्य भर के जलाशयों की स्थिति की जानकारी दी। भाखड़ा बांध में जलस्तर 1614.89 फुट है जबकि क्षमता 1680 फीट है। इसी प्रकार पौंग बांध में जल स्तर 1350.63 फीट है जबकि क्षमता 1390 फुट है। रणजीत सागर बांध में जल स्तर 1706.26 फीट है जबकि क्षमता 1731.99 फुट है।

श्री वर्मा ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को जरूरत पड़ने पर भोजन के पैकेट तैयार करने के लिए कहा गया। इस कार्य के लिए धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के समन्वय से आवश्यक सरकारी धनराशि का उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने बिजली और दूरसंचार विभाग से अपनी सेवाओं की निर्बाध निरंतरता सुनिश्चित करने को कहा। जलदाय विभाग लोगों को स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित करे। जलजनित बीमारियों से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार रहे।

इस मौके पर मुख्य सचिव ने क्लोरीन टैबलेट के लिए तत्काल धनराशि जारी करने को कहा। पशुपालन विभाग को पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए पहले से इंतजाम करने को कहा गया। ग्रामीण विकास और पंचायत तथा स्थानीय सरकारी विभागों को अपने प्रतिनिधियों के साथ शहरों और गांवों में लोगों की मदद के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया।

मुख्य सचिव ने क्षेत्र की स्थिति का जायजा लिया। जिसमें एसएएस नगर, पटियाला, रूपनगर और संगरूर के उपायुक्तों ने कहा कि उनके जिलों में कुछ स्थानों पर स्थिति गंभीर है, लेकिन प्रशासन तत्परता से काम कर रहा है।

एनडीआरएफ कमांडेंट ने कहा कि पंजाब में एनडीआरएफ की 14 टीमें तैनात की गई हैं। रूपनगर में डिप्टी कमिश्नर के अनुरोध पर अब चार टीमें तैनात की गई हैं। दूसरी टीम तैनात करने के भी निर्देश दिए गए।

कपूरथला, तरनतारन और मोगा जिले जहां स्थिति अभी भी पूरी तरह नियंत्रण में है, उन्हें अग्रिम व्यवस्था करके स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा गया है क्योंकि पहाड़ी इलाकों में बारिश के कारण नदियों में जल स्तर बढ़ रहा है। वहीं, मौजूदा हालात को देखते हुए सेना से भी लगातार संपर्क बनाए रखा जा रहा है।