असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार के संकेत

एनडीआरएफ ने 120 से अधिक लोगों को बचाया

असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार के संकेत

असम : असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार के संकेत दिखे हैं और प्रभावित लोगों की संख्या घटकर लगभग 2.70 लाख रह गई है। एक आधिकारिक बुलेटिन में रविवार को यह जानकारी दी गयी। पिछले 24 घंटों में राज्य में कोई भी नदी उफान पर नहीं रही और प्रभावित जिलों की संख्या भी घटकर 14 रह गई है।

इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा से बात की और उन्हें राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस कठिन समय में हमेशा असम के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भारी बारिश के कारण असम के कुछ हिस्सों में लोग बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। मैंने मुख्यमंत्री श्री हिमंत विश्व शर्मा जी से बात की है और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीम पहले से ही राहत और बचाव अभियान चला रही हैं और पर्याप्त कार्यबल तैनाती के लिए तैयार हैं।’’ शाह के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए शर्मा ने इस संबंध में ‘‘तुरंत प्रतिक्रिया’’ देने और राज्य में बाढ़ की स्थिति को लेकर चिंता जताने पर उनका आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘असम सरकार ‘हाई अलर्ट’ पर है और प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद उपलब्ध करा रही है।’’

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के 14 जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या घटकर 2,71,522 रह गई है। शनिवार तक राज्य के 15 जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या 4,07,700 थी। बक्सा, बारपेटा, दरांग, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलपारा, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप, लखीमपुर, नागांव और नलबाड़ी जिले अभी भी बाढ़ से जूझ रहे हैं। इस साल की बाढ़ में मरने वालों की संख्या तीन बनी हुई है और पिछले 24 घंटों में किसी की मौत की सूचना नहीं है। एएसडीएमए की रिपोर्ट में कहा गया है कि 5,936.63 हेक्टेयर का फसल क्षेत्र बाढ़ के पानी में डूब गया है। पिछले 24 घंटों में दरांग जिले में तीन तटबंध टूट गए हैं, जबकि नलबाड़ी में सात तटबंध प्रभावित हुए हैं। नलबाड़ी और तामुलपुर में घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि बारपेटा, बोंगाईगांव, धुबरी, गोलाघाट, करीमगंज और नलबाड़ी में सडक़ें और बोंगाईगांव और कोकराझार में पुल भी बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बिस्वनाथ, चिरांग, धुबरी, डिब्रूगढ़, माजुली, सोनितपुर और तामुलपुर से कटाव की सूचना मिली है।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने भीषण बाढ़ से जूझ रहे असम में 120 से अधिक लोगों की जान बचाई और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। राज्य में बाढ़ राहत अभियान चलाने के लिए एनडीआरएफ की 10 टीम तैनात की गई हैं। असम के नौ जिलों में चार लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, हालांकि रविवार को बाढ़ का पानी उतरना शुरू हो गया। एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने शाम साढ़े छह बजे एक बुलेटिन में कहा, ‘‘असम में कुल 10 टीम तैनात की गई हैं जो निचले इलाकों से बचाव और निकासी का काम कर रही हैं। अब तक 123 लोगों और कई मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।’’ प्रत्येक एनडीआरएफ टीम में लगभग 35-40 बचावकर्मी हैं। प्रवक्ता ने कहा कि ये टीम राहत सामग्री के वितरण में स्थानीय अधिकारियों की भी सहायता कर रही हैं।उन्होंने कहा कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है।