मैच के दौरान फुटबॉल स्टेडियम में मची भगदड़

एक दर्जन लोगों की मौत, कई लोग घायल

मैच के दौरान फुटबॉल स्टेडियम में मची भगदड़

नई दिल्ली : अल सल्वाडोर में फुटबॉल मैच के दौरान स्टेडियम में भगदड़ मचने से 12 लोगों मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। जिस समय यह भगदड़ मची उस समय स्टेडियम में मैच चल रहा है। स्टेडियम के एक प्रवेश द्वार पर धक्का-मुक्की के बाद यह भगदड़ मची। मध्य अमेरिकी देश अल सल्वाडोर में एक फुटबॉल स्टेडियम में मची भगदड़ में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है और बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं। 

सल्वाडोर फुटबॉल के अधिकारियों ने बताया यह भगदड़ उस वक्त मची जब स्टेडियम में एलियांज़ा एफसी और क्लब डेपोर्टिवो एफएएस के बीच मैच चल रहा था। स्टेडियम के एक प्रवेश द्वार पर धक्का-मुक्की के बाद यह भगदड़ मची। दोनों टीम के समर्थकों ने एक प्रवेश द्वार पर धक्का-मुक्की शुरू कर दी। यह स्टेडियम राजधानी से लगभग 25 मील (41 किलोमीटर) पूर्वोत्तर में है और मध्य अमेरिका के सबसे बड़े स्टेडियमों में से एक है। इसकी आधिकारिक क्षमता 44,000 से अधिक दर्शकों की है।

निलंबित होगा टूर्नामेंट

संगठन ने ट्विटर पर लिखा, ‘साल्वाडोर फुटबॉल महासंघ को कस्कटलान स्टेडियम में हुई घटनाओं पर गहरा अफसोस है। इस घटना में प्रभावित और मृतकों के परिजनों के प्रति हमारी संवेदना है।’ महासंघ ने कहा कि वे शनिवार की घटनाओं के बाद टूर्नामेंट को निलंबित करने का अनुरोध करेंगे और खेल स्थलों के सुरक्षा आयोग के साथ बैठक बुलाएंगे।

फीफा का बयान

फ़ुटबॉल की विश्व शासी निकाय फीफा ने घटनाओं पर शोक व्यक्त किया और कहा कि अर्जेंटीना में अंडर -20 विश्व कप में होने वाले चार मैचों से पहले एक मिनट का मौन रखा जाएगा। फीफा अध्यक्ष गिआनी इन्फेंटिनो ने एक बयान में कहा, ’मैं अल सल्वाडोर में हुई दुखद घटना में जान गंवाने वाले पीड़ित परिवारों और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।फुटबॉल मैचों में भाग लेने वाले प्रतिभागियों और प्रशंसकों की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है’ अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने कहा कि नेशनल सिविल पुलिस और अटॉर्नी जनरल का कार्यालय स्टेडियम में होने वाली घटनाओं की गहन जांच करेगा। बुकेले ने ट्विटर पर लिखा,’टीम, मैनेजर, स्टेडियम, बॉक्स ऑफिस, लीग, फेडरेशन आदि जो भी अपराधी हैं, वे बख्शे नहीं जाएंगे। हर किसी की जांच की जाएगी।’

पिछले साल भी हुई थी घटना

पिछले साल अक्टूबर में इंडोनेशिया के पूर्वी जावा के एक स्टेडियम में भी इसी तरह की भगदड़ मच गई थी जिसमें 135 दर्शकों की मौत हो गई थी। पुलिस द्वारा भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के बाद बाहर निकलने के लिए भागते समय कई लोगों को कुचल दिया गया।