आज का इतिहास (प्रकाशनार्थ 13 दिसंबर)

भारतीय एवं विश्व इतिहास में 13 दिसंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएं

आज का इतिहास (प्रकाशनार्थ 13 दिसंबर)

नयी दिल्ली :  भारतीय एवं विश्व इतिहास में 13 दिसंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएं इस प्रकार है।
1675-सिक्ख गुरु तेग बहादुर दिल्ली में शहीद हुए।
1772-नारायण राव सतारा के पेशवा बने।
1916-आस्ट्रिया के टायरॉल में हिमस्खलन से 24 घंटे में 10,000 ऑस्ट्रियाई और इतालवी सैनिकों की मौत।
1920-नीदरलैंड के हेग में लीग ऑफ नेशंस का अंतरराष्ट्रीय न्यायालय स्थापित।
1921-बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय का उद्घाटन 'प्रिंस ऑफ वेल्स' ने किया था।
1926-भारत के भूतपूर्व 22वें मुख्य न्यायाधीश कमल नारायण सिंह का जन्म।
1937-चीन और जापान के बीच हुए नानज़िंग के युद्ध में जापानियों की जीत हुई। इसके बाद लंबे समय तक नरसंहार और अत्याचार का दौर चला।
1955-गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर का जन्म।
1959-आर्क विशप वकारियोस साइप्रस के प्रथम राष्ट्रपति चुने गए।
1961-मंसूर अली ख़ान पटौदी ने अपना टेस्ट मैच करियर दिल्ली में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू किया था।
1974-माल्टा गणतंत्र बना।
1977-माइकल फरेरा ने राष्ट्रीय बिलिय‌र्ड्स चैंपियनशिप में नये नियमों के तहत 1149 अंक का सर्वाधिक ब्रेक लगाया।
1981-पोलैंड में सेना द्वारा सत्ता पर कब्ज़ा।
1986-हिन्दी फ़िल्मों की प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री स्मिता पाटिल का निधन।
1989-गृह मंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद की बेटी को आतंकवादियों के चंगुल से छुड़ाने के बदले पांच कश्मीरी आतंकवादियों को जेल से रिहा किया गया।
1996-कोफी अन्नान संयुक्त राष्ट्र के महासचिव चुने गये।
1998-महात्मा रामचन्द्र वीर को कोलकाता के बड़ा बाज़ार लाइब्रेरी की ओर से ''भाई हनुमान प्रसाद पोद्दार राष्ट्र सेवा'' पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
2001-दिल्ली स्थित भारतीय संसद पर आतंकवादी हमला।
2002-यूरोपीय संघ ने तुर्की के साथ एक बहुप्रतीक्षित समझौते को अपनी मंजूरी दी।
2004-इस्लामाबाद में भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु और सर क्रीक पर वार्ता प्रारम्भ।
2006-150वें सदस्य के रूप में वियतनाम को शामिल करने हेतु विश्व व्यापार संगठन द्वारा अधिसूचना जारी।
2007-श्रीलंकाई सेना एवं लिट्टे के मध्य हुए संघर्ष में 17 लिट्टे उग्रवादी मारे गये।
2012-नेत्रहीन ट्वेंटी-20 विश्वकप के फ़ाइनल मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को 30 रनों से हराकर विश्व विजेता का खिताब अपने नाम कर लिया।