संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास जी महाराज हमें सरल जीवन का सहज सूत्र दे गये : सुभाष कलसाना

इस अवसर पर स्कूल के बच्चों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता सुभाष कलसाना ने कहा कि भारत ऋषि मुनि व साधु संतों की भूमि है। समय समय पर इस भूमि पर अनेक साधु संतों ने जन्म लेकर समाज को दशा व दिशा दिखाने का काम किया है।

संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास जी महाराज हमें सरल जीवन का सहज सूत्र दे गये : सुभाष कलसाना
संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास जी महाराज हमें सरल जीवन का सहज सूत्र दे गये : सुभाष कलसाना

बाबैन- संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास जी महाराज की 646 वीं जयंती पर आज राजकीय उच्च विद्यालय रामशरण माजरा में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता बौद्ध प्रिय कठेरिया मुख्य अतिथि थे, वशिष्ठ अतिथि छात्र नेता गौरव सैनी व मुख्य वक्ता शिक्षक सुभाष कलसाना रहे व कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के मुख्याध्यापक जसपाल सिंह ने की।


इस अवसर पर स्कूल के बच्चों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता सुभाष कलसाना ने कहा कि भारत ऋषि मुनि व साधु संतों की भूमि है। समय समय पर इस भूमि पर अनेक साधु संतों ने जन्म लेकर समाज को दशा व दिशा दिखाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास जी महाराज ने समाज को नाम, काम और सेवा का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हरि का नाम जपा करो, श्रम से अपना जीविकोपार्जन करो और श्रम से जो प्राप्त हो उसे ईश्वर और जरूरतमंद की सेवा में अर्पित कर दो। संत रविदास जी के जीवन के तप, त्याग और तपस्या एवं जनकल्याण की अनेक कहानियां हैं, जो आज भी मनुष्य को श्रेष्ठ जीवन जीने की प्रेरणा दे रही है।


इस अवसर पर स्कूल के मुख्याध्यापक जसपाल सिंह और मुख्य अतिथि बौद्ध प्रिया कठेरिया ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी महान समाज सुधारक, दार्शनिक कवि और धार्मिक भेदभाव से ऊपर उठकर समाज कल्याण की भावना रखते थे। उनका सम्पूर्ण जीवन चरित्र आदर्श एवं प्रेरणादायी रहा है। हमें उनके जीवन चरित्र से सीख लेकर सामाजिक समरसता के लिए कार्य करना चाहिए। मानवता की सेवा ही ईश्वर की सच्ची सेवा है उनके दिए दोहे जीवन के कठिन समय मे विपत्ति से बाहर आने का रास्ता दिखाते है।


कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि छात्र नेता गौरव सैनी ने कहा संत शिरोमणि संत रविदास ने समाज को एक सूत्र में बाधा। उनका जीवन दर्शन आज भी प्रासंगिक है। सभी को उनके जीवन दर्शन को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यालय के समस्त छात्रों को तन्मयता से कार्य करके अपने माता-पिता व शिक्षकों का नाम रोशन करना चाहिए। इस मौके पर रामकुमार, सतबीर सिंह, सुख मिदर कौर, पुष्पा, सुमन, संतोष, अमिता पांचाल, तेजेंद्र, वीरेंद्र, देवा सिंह, पंकज आदि शिक्षक गण मौजूद रहे।