कृषि वैज्ञानिक प्राकृतिक कृषि क्षेत्र में नूतन संशोधन करें

श्री देवव्रत की अध्यक्षता में नवसारी कृषि युनिवर्सिटी में 19वां दीक्षांत समारोह आयोजित

कृषि वैज्ञानिक प्राकृतिक कृषि क्षेत्र में नूतन संशोधन करें

नवसारी : गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने बुधवार को यहां कहा कि कृषि वैज्ञानिक प्राकृतिक कृषि क्षेत्र में नूतन संशोधन कर कृषि समृद्धि का नया मार्ग प्रशस्त करें।

श्री देवव्रत की अध्यक्षता में नवसारी कृषि युनिवर्सिटी में 19वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। उनके साथ गुजरात राज्य के कृषि मंत्री राघवजीभाई पटेल भी वर्च्युअल माध्यम से शामिल हुए। उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं।

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी के मजबूत नेतृत्व में कृषि क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए समय की मांग और चुनौतियों का आंकलन कर परिवर्तन के लिए तैयार होना पड़ेगा। रासायनिक कृषि के दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं।

रासायनिक खाद, कीटनाशक दवाओं के अंधाधुंध उपयोग से जल, जमीन और पर्यावरण प्रदूषित हो रहे हैं। जमीन की उर्वरकता घट रही है, कृषि खर्च लगातार बढ़ रहा है और उत्पादन घट रहा है। इसके चलते किसानों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है।

खेती और किसानों की समृद्धि के लिए रासायनिक कृषि का विकल्प खोजना समय की मांग है और ऐसे में प्राकृतिक कृषि पद्धति रासायनिक कृषि पद्धति का मजबूत विकल्प है। प्राकृतिक कृषि अपनाने से कृषि क्षेत्र में नयी क्रांति आएगी। उन्होंने समर्थ और सशक्त राष्टृ के निर्माण में सहयोगी बनने का अनुरोध किया।

गुजरात में नौ लाख किसान प्राकृतिक कृषि पद्धति के साथ जुड़ गये हैं। इसका उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्रोत्साहक नीति के कारण गुजरात में प्राकृतिक कृषि जन आन्दोलन को नया बल मिला है। इस अवसर पर डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को राज्यपाल ने शुभकामनाएं दी।

उन्होंने आह्वान किया कि विद्यार्थी आजीवन विद्यार्थी बनकर कॉलेज से जो ज्ञान प्राप्त किया है, वह मात्र स्व-उत्कर्ष ही नहीं वरन् लोक कल्याण और राष्ट्रनिर्माण के लिए उपयोगी हों, इसके लिए पुरुषार्थ करें।

कृषि मंत्री श्री राघवजीभाई पटेल कार्यक्रम में वर्च्युअल माध्यम से उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसान की आय बढ़े और कृषि क्षेत्र में संशोधन को प्रोत्साहन मिले, इसके लिए राज्य सरकार कदम उठा रही है। प्रधानमंत्री के संकल्प 'विकसित भारत' को साकार करने के लिए गुजरात प्रतिबद्ध बना है।

विकसित भारत के लिए कृषि और किसान आत्मनिर्भर बनें, यह जरूरी है। सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं लागु की गई हैं। उन्होंने किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने और रसायनमुक्त फसल उत्पादन का अनुरोध किया।

आरम्भ में नवसारी कृषि युनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. जेड.पी. पटेल ने स्वागत सम्बोधन करते हुए युनिवर्सिटी द्वारा शुरु किए गई प्रवृत्तियों और कार्यवाही की जानकारी दी।

डॉ. पटेल ने स्नातक-अनुस्नातक की डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी और कृषि क्षेत्र की वर्तमान और भावी चुनौतियों का सामना करने के लक्ष्य हासिल करने के साथ ही अपना उत्तरदायित्व निभाने की सीख दी।

इस अवसर पर राज्यपाल द्वारा 36 तेजस्वी विद्यार्थियों को कुल 52 पदक प्रदान किए गए। नवसारी कृषि युनिवर्सिटी संलग्न कॉलेज के प्रोफेसर्स को बेस्ट टीचर के रूप में पांच अवार्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर राज्य की विभिन्न कृषि युनिवर्सिटियों के कुलपति, विभिन्न फैकल्टियों के प्रमुख, प्राध्यापकगण, वैज्ञानिक, स्वर्ण पदक विजेता विद्यार्थी उपस्थित रहे।