मिर्जापुर में सूखे के आसार, किसानों को राहत देने की तैयारी

जिलाधिकारी ने जिले के चारों उपजिलाधिकारियों एवं कृषि अधिकारियों के साथ बैठकर सूखे से निपटने की रुपरेखा तय कर कार्ययोजना तैयार की

मिर्जापुर में सूखे के आसार, किसानों को राहत देने की तैयारी

मिर्जापुर : पूर्वी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में सूखे के आसार को देखते हुए जिला प्रशासन ने किसानों को राहत देने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। जिलाधिकारी ने जिले के चारों उपजिलाधिकारियों एवं कृषि अधिकारियों के साथ बैठकर सूखे से निपटने की रुपरेखा तय कर कार्ययोजना तैयार की। पिछले साल भी औसत से कम बरसात से यहां खेती किसानी बुरी तरह प्रभावित हुई थी। इस बार अब तक वर्षा नही हुई है। इस आंशका को देखते हुए जिला प्रशासन हरकत में आ गया है।

जिलाधिकारी दिव्या मित्तल उच्च स्तरीय बैठक कर सभी अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने उपनिदेशक कृषि से पिछले साल की तुलना में इस बार धान की रोपाई एवं खरिफ की अन्य फसलों की बोआई की तुलनात्मक रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी उपजिलाधिकारियों को आगाह किया गया है कि किसानों को सुविधाएं उपलब्ध कराए। यह सरकार की मंशा के अनुरूप होना चाहिए। शासन की प्राथमिकता है कि सर्वे में लेखपालों एवं अन्य कर्मचारियों एवं अधिकारियों गड़बड़ी न हो। सर्वे कार्य में पारदर्शिता होनी चाहिए। गड़बड़ी मिली तो कार्यवाही होगी। दिव्या मित्तल ने बताया कि इस कार्य में तहसील कर्मचारियों के साथ कृषि विभाग एवं ब्लाको के कर्मचारियों को लगाया गया है। जिले में लालगंज तहसील के सर्वे में भारी गड़बड़ी मिली थी। इस तहसील में 461 राजस्व गांव सूखे के चपेट में हैं। प्रदेश सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी को जिले में पुन: सर्वे निर्धारित प्रारूप पर देने का निर्देश दिए हैं। तहसील प्रशासन पुन: सर्वे कर रिपोर्ट देने के कार्य में तेजी से जुटा हुआ है।

जिले में अवर्षण के चलते भूगर्भ जल स्तर भाग गया है। हैंडपंप पानी नही दे रहे हैं। स्थिति तब है जब बरसात का मौसम चल रहा है। चिन्तित किसान सूखाग्रस्त जिला घोषित करने की मांग कर रहे हैं। लालगंज हलिया राजगढ़ के पहाड़ी इलाकों के साथ छानवे क्षेत्र का मैदानी इलाकों में भी पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है।