‘चंबा हत्याकांड की जांच एनआईए से कराने की मांग को लेकर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन’

हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से प्रतिदिन सुनवाई हो और आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए

‘चंबा हत्याकांड की जांच एनआईए से कराने की मांग को लेकर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन’

शिमला : भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस सरकार को चंबा हत्याकांड और प्रदेश में चल रही ‘राज्य प्रायोजित कानून अव्यवस्था’ को लेकर आड़े हाथ लिया। भाजपा ने कहा कि चंबा हत्याकांड के सभी आरोपियों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेन्सी (एनआईए) के माध्यम से हो ताकि इस परिवार की संदिग्ध गतिविधियों की सही जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से प्रतिदिन सुनवाई हो और आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए।

इससे पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को एक ज्ञापन सौंपा तथा उक्त मांग की। श्री ठाकुर ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं हिमाचल प्रदेश को शर्मसार कर रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा गई है। नालागढ़ में पुलिस की लापरवाही के कारण पुलिस कस्टडी में एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है जिससे जनता में भारी रोष व्याप्त है।

उन्होंने कहा कि सिरमौर में पुलिस राह चलते युवकों पर प्रहार करती है, युवक के कान का पर्दा फट जाता है और न सरकार, न प्रशासन, कोई व्यक्ति इस घटना पर गौर तक नहीं करता। शिमला में लगातार लावारिस शवों के मिलने से ऐसा प्रतीत होता है कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के मात्र छह महीने के कार्यकाल में ही 40 से अधिक हत्याएं, 150 से अधिक रेप केस और 183 अपहरण के मामले दर्ज हो चुके हैं।

दोनों नेताओं ने कहा कि चंबा जिला के ग्राम पंचायत भांदल स्थित थरोली गांव, जो कि जिला केन्द्र से 60 किमी की दूरी पर स्थित है, में पिछले दिनों मनोहर लाल नामक युवक, जिसकी आयु लगभग 25 वर्ष थी, की निर्मम हत्या के संबंध में आपका ध्यान आकर्षित करना चाहती है। गांव के लोगों की जानकारी के मुताबिक मनोहर नामक युवक छह जून, 2023 को सुबह सात बजे घर से निकला परन्तु शाम को जब वह घर वापिस नहीं लौटा तो परिवार वालों को आशंका हुई और उन्होनें इसकी रिपोर्ट किहार थाने में दर्ज करवाई। उसके उपरांत परिवार वालों ने पुलिस व गांव वालों के साथ मिलकर मनोहर की तलाश शुरू की और आठ जून, 2023 को मनोहर का शव गांव से कुछ दूर नाले में बोरी में क्षत-विक्षत हालत में मिला ।

उन्होंने कहा कि मनोहर के शरीर के आठ टुकड़े किए गए थे और इसलिए इस निर्मम हत्याकांड को महज एक हत्या के रूप में नहीं देखा जा सकता क्योंकि हिमाचल में इस तरह की अमानवीय घटना आज से पूर्व न देखी और न सुनी। इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे हिमाचल और समस्त हिमाचलवासियों को दहला कर रख दिया है। महत्वपूर्ण विषय यह है कि इस नृशंस हत्या में जिस परिवार की गिरफ्तारी हुई है, वह एक विशेष समुदाय से सम्बन्ध रखता है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों से आने वाले विशिष्ठ समुदायों के लोग, जो अनेक प्रकार के छोटे-बड़े कारोबार कर रहे हैं, उनकी बाकायदा नियमानुसार वैरिफिकेशन की जाए, क्योंकि अकसर सूचनाएं मिलती है कि बंगलादेशी एवं रोहिंग्या जगह-जगह हिमाचल प्रदेश में बस रहे हैं।

भाजपा का मानना है कि घटना के पीछे जिस आरोपी का हाथ बताया गया है उसकी पृष्ठभूमि पहले से ही संदिग्ध रही है और उसका परिवार आपराधिक घटनाओं में संलिप्त रहा है। गांव के लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बाहुबली ने कई बीघा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कई वर्षों से कर रखा है। इस क्षेत्र में इस घटना से पहले भी कई भेड़ पालकों और फुहालों के गायब होने की सूचनाएं समय-समय पर मिलती रही है। इस घटना के बाद चंबा जिला के साथ-साथ पूरे प्रदेश में आकोश का वातावरण बना हुआ है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जो देवभूमि के नाम से विख्यात है, अपनी कानून व्यवस्था, शांतिप्रियता एवं शालीनता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध हैं परन्तु उक्त नृशंस हत्याकांड से हिमाचल की छवि खराब हुई है। अत: भाजपा इस ज्ञापन के माध्यम से आपसे सादर मांग करती है कि हिमाचल प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था का कड़ा संज्ञान लेते हुए इस हत्याकांड की जांच एनआईए से करवाई जाए ताकि इस मामले की सत्यता जनता के सामने आ सके और आरोपियों को कड़ी सजा मिल सके।