आईपीएल में बेहद कम संवाद के साथ फ्रेंचाइजी से बाहर किये जाने पर खिलाड़ियों में निराशा

एक खिलाड़ी के लिए रिटेन न किए जाने पर निराश होना काफी स्वाभाविक है।

आईपीएल में बेहद कम संवाद के साथ फ्रेंचाइजी से बाहर किये जाने पर खिलाड़ियों में निराशा

भारत : सिद्धार्थ कौल पिछले कई वर्षों से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी20 टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन इस तेज गेंदबाज को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए 2022 और 2023 सत्र में सिर्फ एक आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) मैच खेलने का मौका मिला और टीम ने इस साल उन्हें रिलीज (फ्रेंचाइजी से बाहर) कर दिया।

कौल ने 2021 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पांच मैचों में 10 विकेट लिये। वह 2022 में 10 मैचों में 19 विकेट के साथ सबसे सफल गेंदबाज थे। इस साल उन्होंने 10 मैचों में 16 विकेट लेकर पंजाब को चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाई। तेज गेंदबाजों के लिए असरहीन भारतीय पिचों में शानदार प्रदर्शन के बाद भी कौल को दो सत्र में सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला।

भारत के लिए तीन एकदिवसीय और इतने ही टी20 खेलने वाले 33 साल के खिलाड़ी को इस बात की निराशा है कि उन्हें आईपीएल के पिछले दो सत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिला।

कौल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ मैं ऐसा नहीं कहूंगा कि इससे मुझे कोई निराशा नहीं है। मैं भी इंसान हू लेकिन ऐसे मामले में आपके हाथ में कुछ भी नहीं होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं हालांकि इससे निराश होकर खेल छोड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकता। मुझेप्रथम श्रेणी में पदार्पण के 11 साल बाद भारत के लिए खेलने का मौका मिला था।

मुझे वह विश्वास था मैं फिर से यह मौका बना सकता हूं।’’ इस 33 साल के गेंदबाज को उम्मीद है कि मंगलवार को होने वाली नीलामी में उनके नाम पर बोली लगेगी और उन्हें अपनी काबीलियत को साबित करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं कर्म में विश्वास रखता हूं। मेरा काम प्रदर्शन करना है। घरेलू मैचों के मेरे आंकड़े सबके सामने हैं। मै किसी को भी दोषी नहीं ठहराऊंगा (रिटेन नहीं किए जाने के लिए) क्योंकि टीम (आरसीबी) के पास इस साल नयी कोचिंग टीम है। इस आईपीएल के लिए वे जो नया संयोजन चाहते हैं।’’

 

भारतीय टीम के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने भी इस फ्रेंचाइजी पर बिना ज्यादा बातचीत किये बिना ही टीम से हटाने का आरोप लगाया था। चहल ने यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया के पोडकास्ट पर कहा था, ‘‘ मुझे टीम से हटाये जाने का तरीका वास्तव में बुरा लगा था। किसी ने फोन पर बात करना भी सही नहीं समझा था।

कम से कम इस बारे में खिलाड़ी से बात तो करो।’’ भारतीय टीम के एक पूर्व खिलाड़ी ने भी गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘ मेरे पास 10 सेंकंड का कॉल आया था और इतना ही कहा गया कि अपको टीम में नहीं रखा जायेगा। इस बारे में ना तो कोई बातचीत हुई, ना ही कोई कारण बताया गया कि मुझे क्यों बाहर किया जा रहा है।’’ अतीत में कई आईपीएल फ्रेंचाइजी से जुड़े रहे एक अधिकारी ने हालांकि टीमों का बचाव किया।

 

उन्होंने कहा, ‘‘एक खिलाड़ी के लिए रिटेन न किए जाने पर निराश होना काफी स्वाभाविक है। कभी-कभी, एक खिलाड़ी दो अन्य खिलाड़ियों के साथ टीम में एक स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहा होता है।

अगर वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो पूरी संभावना है कि तीसरे खिलाड़ी सबसे कम मौका मिले।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसे में टीमें आम तौर पर कुछ और संभावनाएं तलाशने के लिए उसे रिलीज कर देती है। आमतौर पर टीमें खिलाड़ी को अपने फैसले के बारे में पहले ही बता देती है।