कश्मीर में डीपीएपी ने पर्याप्त राशन की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

बड़ी संख्या में डीपीएपी कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार द्वारा संचालित डिपो में लोगों के लिए पर्याप्त मात्रा में राशन उपलब्ध कराने की मांग की।

कश्मीर में डीपीएपी ने पर्याप्त राशन की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

श्रीनगर - जम्मू कश्मीर में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को पर्याप्त राशन और संपत्ति कर हटाने की मांग को लेकर श्रीनगर में धरना प्रदर्शन किया।

बड़ी संख्या में डीपीएपी कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार द्वारा संचालित डिपो में लोगों के लिए पर्याप्त मात्रा में राशन उपलब्ध कराने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय से रेजीडेंसी पर प्रेस एन्क्लेव की ओर मार्च निकाला लेकिन रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक दिया। प्रदर्शनकारी जम्मू-कश्मीर में संपत्ति कर को रद्द करने की भी मांग कर रहे थे।

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता मोहम्मद अमीन भट ने मीडियाकर्मियों को बताया कि पुलिस द्वारा अपना विरोध दर्ज कराने के लिए उन्हें पार्टी मुख्यालय से रेजीडेंसी पर प्रेस एन्क्लेव में जाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा “ हम लोगों के लिए सरकारी डिपो पर पर्याप्त राशन की अनुपलब्धता के खिलाफ विरोध कर रहे हैं।”

उन्होंने आरोप लगाया कि गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन यापन करने वाले परिवारों और अंत्योदय अन्न योजना के अंतर्गत शामिल परिवारों (एएवाई) को कुछ किलो राशन मिल रहा है जो उनके लिए पर्याप्त नहीं है जबकि गरीबी रेखा से ऊपर वाली (एपीएल) श्रेणी की उपेक्षा की गई है। उन्होंने मांग की कि लोगों को कश्मीर घाटी में सरकार द्वारा संचालित डिपो में अतिरिक्त राशन उपलब्ध कराया जाना चाहिए, साथ ही चीनी और मिट्टी का तेल भी उपलब्ध कराया जाये।

उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान में एक महीने के लिए एपीएल श्रेणी के लिए प्रति व्यक्ति 05 किलो राशन जारी कर रही है जो किसी भी तरह से पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि महंगाई ने पहले ही लोगों की कमर तोड़ दी है, क्योंकि कश्मीर में आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं।

श्री भट ने यह भी आरोप लगाया कि अभूतपूर्व बेरोजगारी है और सरकार एक भी व्यक्ति को नौकरी नहीं दे रही है।

उन्होंने चेतावनी दी, “अगर अधिकारी हमारी मांगों को पूरा करने और लोगों के लिए पर्याप्त राशन उपलब्ध कराने और एक सप्ताह के भीतर संपत्ति कर को रद्द करने में विफल रहे, तो पार्टी कार्यकर्ता मार्च करेंगे और ऐतिहासिक लाल चौक पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।”