चुनावी हिंसा के पीडि़त लोगों टीएमसी वर्कर से मिलने पहुंचे राज्यपाल सीवी आनंद
बोस ने फुलमलांचा इलाके में जाकर तृणमूल कार्यकर्ता के शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की
![चुनावी हिंसा के पीडि़त लोगों टीएमसी वर्कर से मिलने पहुंचे राज्यपाल सीवी आनंद](http://suprabhatnews.com/uploads/images/202307/image_750x_64a2a5d8dbcf2.jpg)
कोलकता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंदा बोस 24 परगना के दौरे पर थे। उन्होंने उन लोगों के परिजनों से घर जाकर मुलाकात की जो पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा में मारे गए थे। चुनावी हिंसा में ही मारे गए एक टीएमसी वर्कर के परिजनों से बात करने के लिए बोस ने हवाई यात्रा करने से भी गुरेज किया। अगर वो प्लेन में यात्रा करते तो उनका फोन स्विच ऑफ हो जाता। ऐसे में वापसी के लिए उन्होंने ट्रेन में टिकट बुक कराई।
सीवी आनंद बोस सोमवार सुबह उत्तरी जिलों के अपने दौरे से लौटकर दक्षिण 24 परगना के बसंती इलाके में पहुंचे, जहां तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बोस ने फुलमलांचा इलाके में जाकर तृणमूल कार्यकर्ता के शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की। राज्यपाल ने रविवार रात ट्रेन से अपनी यात्रा के दौरान मारे गए तृणमूल कार्यकर्ता के परिवार के सदस्यों से बात की थी। उन्होंने कोलकाता वापसी के लिए विमान के बजाय ट्रेन का चयन इसलिए किया गया ताकि लोगों के साथ वह आसानी से संपर्क कर सकें। विमान से यात्रा के दौरान उनका मोबाइल फोन बंद रहता। राज्यपाल लोगों से अलग-थलग नहीं रहना चाहते थे और इसीलिए उन्होंने अपनी हवाई यात्रा रद करने और ट्रेन में कोलकाता जाने का फैसला किया।
मारे गए टीएमसी वर्कर की बेटी लड़ रही है चुनाव
चुनावी हिंसा में मारे गए तृणमूल कार्यकर्ता की पहचान 52 वर्षीय जियारुल मोल्ला के रूप में की गई। उसकी शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। वो उस सयम कैनिंग शहर से घर लौट रहा था। मृतक की बेटी मनवारा ने आरोप लगाया है कि उनके पिता को विरोधी जान से मारने की धमकी दे रहे थे। मनवारा कटहलबेरिया ग्राम पंचायत से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। राज्यपाल ने इससे पहले कूच बिहार जिले के दिनहाटा और दक्षिण 24 परगना के कैनिंग और भांगर में चुनावी हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। बंगाल में आठ जुलाई को जिला परिषदों, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों की लगभग 74 हजार सीटों के लिए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होंगे। इन चुनावों में लगभग 5.67 करोड़ लोग अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।