अधूरे निर्माण पर 1.10 करोड़ की अदायगी, घपला नहीं लूट - मेवा सिंह

मथाना मे एसके रोड से कड़ामी तक 1 करोड 10 लाख की लागत से बनने वाली 4 किलोमीटर सडक़ मे बिना सडक़ बनाए ही अधिकारियों से मिलीभगत करके सडक़ ठेकेदार द्वारा सडक़ के पुरे बिल की पेमैंट ले लेना इसका पुख्ता प्रमाण है।

अधूरे निर्माण पर 1.10 करोड़ की अदायगी, घपला नहीं लूट - मेवा सिंह

लाडवा - हरियाणा के समूचे प्रशासन तंत्र में भ्रष्टाचार चरम पर है जब कि दावे जीरो टॉलरेंस के किए जाते है। लाडवा के विधायक मेवा सिंह और कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा ने एक सड़क निर्माण में हुए एक बड़े घपले को पत्रकार वार्ता में सप्रमाण उजागर करते उपरोक्त टिप्पणी की।

लाडवा के विधायक मेवा सिंह ने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार शिखर पर है। मथाना मे एसके रोड से कड़ामी तक 1 करोड 10 लाख की लागत से बनने वाली 4 किलोमीटर सडक़ मे बिना सडक़ बनाए ही अधिकारियों से मिलीभगत करके सडक़ ठेकेदार द्वारा सडक़ के पुरे बिल की पेमैंट ले लेना इसका पुख्ता प्रमाण है। उन्होंने कहा कि आज भ्रष्टाचार होना तो आम बात हो गई है लेकिन बिना सडक़ बनाए ही करोड़ो रुपये निकलवा लेना भ्रष्टाचार नहीं बल्कि सरेआम डैकेती है जिस पर मुख्यमंत्री को बिना देरी किए सडक के ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ठेकेदार सत्ता पक्ष के नेताओं व प्रशासन के साथ मिलकर सरेआम डकैती मचा रहे है लेकिन भाजपा सरकार इसे रोकने की बजाए और बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री ही प्रदेश में मिच रही लूट की तरफ से आंखें बंद कर ले तो प्रदेश का विकास नहीं बल्कि विनाश ही होगा जिसे लिए मुख्यमंत्री स्वंय जिम्मेंवार है।

मेवा सिंह आज गांव मथाना में पत्रकारों को निर्माणाधीन सडक़ दिखाने के उपरांत मान सिंह मथाना के आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने सडक़ निर्माण  के कार्य और सडक़ निर्माण को लेकर अधिकारियों द्वारा ठेकेदार को किए गए सडक़ निर्माण के भुगतान के कागजात भी पत्रकारों को दिए। इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा, मथाना के पूर्व सरपंच तेजपाल, राजकुमार पिंडारसी, मान सिंह मथाना, संजीव सैनी भूखड़ी, ईश्वर सिंह मथाना, योगराज मथाना, सतपाल शर्मा मथना, हरि सिंह नम्बरदार, मुकेश शर्मा, महेन्द्र सिंह, जसबीर सिंह के अलावा अनेक कांग्रेस कार्यकत्र्ता भी उपस्थित थे। इस अवसर पर पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि खुले आम डकैती हो रही है। भ्रष्टाचार में तो कुछ न कुछ पैसा विकास में लगता है, लेकिन डकैती में तो ठेकेदार सरकार व प्रशासन से मिलकर पूरा ही पैसा हड़प कर रहे है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल सत्ता के नशे में चूर है। उन्हें धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा। उन्होंने गांवों में लगाए जा रहे खुले दरबार पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि खुले दरबार में उन्हीं लोगों की समस्याएं सुनी जा रही है जो सरकार के पक्ष में बोलते है। उनके खिलाफ बोलने वालों को बोलने तक नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले में संज्ञान लेकर दोषी अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे ताकि लोगों को पता चल सके कि सरकार भ्रष्टाचार रोकने के प्रति गंभीर है।