सुखा व गीला कचरा अलग न करने व काम में लापरवाही बरतने पर एजेंसी पर लगेगी पैनल्टी- कमिश्नर

निगमायुक्त ने कैल व औरंगाबाद कचरा निस्तारण प्लांटों का निरीक्षण कर दिए निर्देश

सुखा व गीला कचरा अलग न करने व काम में लापरवाही बरतने पर एजेंसी पर लगेगी पैनल्टी- कमिश्नर
यमुनानगर। निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने वीरवार को कैल व औरंगाबाद स्थित कचरा निस्तारण प्लांटों का निरीक्षण किया। निगमायुक्त ने दोनों प्लांटों की एजेंसियों को कचरा उठान में तेजी लाने, सूखा व गीला कचरा अलग अलग करके लाने, प्लांट में आने वाले कचरे की रोजाना रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। निगमायुक्त ने एजेंसी अधिकारियों को एक सप्ताह में कचरा निस्तारण मशीन के नीचे कंकरीट से पक्का करने, सैंपलिंग रिपोर्ट समय समय पर देने, टिप्पर की संख्या बढ़ाकर 60 करने, उनमें जीपीएस लगाने, प्लांट से दूर वाले वार्डों में कचरा कलेक्शन प्वाइंट बनाने, कचरे के ढेरों पर बोर्ड या बैनर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद वह फिर से निरीक्षण करेंगे। यदि कोई लापरवाही मिली तो पैनल्टी लगाई जाएगी।
 
निगमायुक्त आयुष सिन्हा वीरवार दोपहर को सबसे पहले कैल कचरा निस्तारण प्लांट पहुंचे। उनके साथ एसई हेमंत कुमार, एक्सईएन विकास धीमान, एमई दीपक सुखीजा, सीएसआई हरजीत सिंह, एसआई बिट्टू व अन्य थे। निगमायुक्त ने यहां सबसे पहले कचरा का वजन तोलने वाले कांटे का जायजा लिया। उन्होंने एजेंसी कर्मियों से कचरा तोलने की प्रक्रिया जानी और उन्होंने उचित तरीके से यह कार्य करने के निर्देश दिए। एमई दीपक सुखीजा ने उन्हें बताया कि एक माह का रिकार्ड कंप्यूटर में उपलब्ध है। बाकी रिकार्ड हार्ड डिस्क में रखा गया है। इसके बाद कमिश्नर ने प्लांट में लगे सीसीटीवी, कचरा निस्तारण करने वाली मशीन का जायजा लिया। यहां उन्होंने कचरा निस्तारण कर उससे खाद तैयार कर रही मशीनों की कार्यप्रणाली जानी। कंपनी के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि बायो रेमेडिएशन तकनीक से कचरे का प्रबंधन किया जा रहा है। प्रबंधन के दौरान गीले कचरे से खाद तैयार किया जा रहा है। प्लास्टिक, पेपर, फोम आदि से आरडीएफ (रिफ्यूज डिलाइव फ्यूल) तैयार किया जा रहा है। बायो सायल व ईंट-कंकड़ अलग-अलग किया जा रहा है।  कमिश्नर ने एजेंसी कर्मियों को मशीन के नीचे कंकरीट से पक्का करने के निर्देश दिए। ताकि बारिश के सीजन में कचरा निस्तारण में किसी प्रकार की रुकावट न हो। इसके अलावा समय समय पर सेंपलिंग करने के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को कचरा प्लांट में शेड लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने एजेंसी के पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि कचरा उठान ‌नियमित हो। किसी प्रकार की कोई लापरवाही बरतने पर एजेंसी पर पैनल्टी लगाई जाएगी। एक सप्ताह के अंदर कचरा निस्तारण मशीन के नीचे कंकरीट से पक्का करें। इसके बाद कमिश्नर औरंगाबाद कचरा निस्तारण प्लांट पहुंचे। यहां भी उन्होंने कचरा लेकर आई ट्रैक्टर ट्रॉली का अपने सामने वजन कराया। इस दौरान कांटे रूप में कंप्यूटर न होने पर एजेंसी के अधिकारियों को शाम तक कंप्यूटर रखने के निर्देश दिए। वहीं प्लांट में मशीनों का जायजा लिया। उन्होंने एजेंसी अधिकारियों को एक सप्ताह में मशीन के नीचे कंकरीट से पक्का करने, सैंपलिंग रिपोर्ट समय समय पर देने, टिप्पर की संख्या बढ़ाकर 60 करने, उनमें जीपीएस लगाने, प्लांट से दूर वाले वार्डों में कचरा कलेक्शन प्वाइंट बनाने, कचरे के ढेरों पर बोर्ड या बैनर लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद वह फिर से निरीक्षण करेंगे। यदि कोई लापरवाही मिली तो पैनल्टी लगाई जाएगी। निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने कहा कि शहर को सुंदर व साफ बनाने के लिए हम प्रयासरत है। हमारा शहर स्वच्छ सर्वेंक्षण में अव्वल स्थान पर आए, इसके लिए हम प्रयास कर रहे है। दोनों जोन में कचरा उठान नियमित हो रहा है। आमजन से अपील है कि वह अपने घर से सुखा व गीला अलग अलग करके दें। नालों व खुले में कचरा न फेंके। डस्टबिन में ही कचरा डाले।