हिमाचल के लोगों का देवी-देवताओं पर अटूट विश्वास: शुक्ल

मंदिर क्षेत्र के लोगों के लिए अटूट श्रद्धा का केंद्र है

हिमाचल के लोगों का देवी-देवताओं पर अटूट विश्वास: शुक्ल

शिमला : हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मंगलवार को कांगड़ा जिले के खडुल में जगत तारणी माता मंदिर के रजत जयंती समर्पण समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह मंदिर क्षेत्र के लोगों के लिए अटूट श्रद्धा का केंद्र है।

उन्होंने कहा कि देवी-देवताओं के पास लोग जाते नहीं है बल्कि बुलावा आता है तभी जाते हैं। इसी कारण मुझे यहां आने का मौका मिला है। देवी-देवताओं का आशीर्वाद हो तभी कार्य संभव हो पाते हैं।

राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है। यहां लोगों का देवी-देवताओं पर अटूट विश्वास और आस्था है, जो लोगों को सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढऩे की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि देवभूमि की यह पवित्रता बनाये रखने के लिए हम सबको योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशे के कारण यह पवित्रता खंडित हो रही है। हम सबको मिलकर इसके प्रति अभियान छेडऩा चाहिए तथा हमारे गांव नशे से मुक्त हो इसके लिए प्रयास करना चाहिए।

उन्होंने स्थानीय लोगों से केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने की अपील की।

इससे पूर्व, राज्यपाल ने जगत तारणी माता मंदिर में आयोजित यज्ञ में पूर्ण आहूति दी। उन्होंने मंदिर परिसर में रूद्राक्ष का पौधा भी रोपित किया। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। इस अवसर पर राज्यपाल ने रजत रियाल्च ने कांगड़ा जिले पर प्रकाशित काफी टेबल बुक का विमोचन किया।

दिव्य सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. आशीष गौतम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ऋषि भूमि है यहां कार्य करना सौभाग्य की बात है। गांव का विकास कैसे संभव है यह राकेश शर्मा ने करके दिखाया है। उन्होंने स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि स्थानीय उत्पाद को प्रोत्साहन मिलेगा तभी देश का विकास संभव है।

जगत तारणी माता मंदिर के संयोजक और संस्थापक राकेश शर्मा ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा कहा कि मंदिर के माध्यम से क्षेत्र में अनेक विकास गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है।

उन्होंने खडुल में दिव्य सेवा मिशान की शाखा स्थापित करने के लिए 2.51 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वह जिले में हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अनेक गतिविधियां भी संचालित कर रहे हैं।