खुलने लगी विश्वविद्यालयों में भर्तियों के फर्जीवाड़े की पोल: कुमारी सैलजा

प्रदेश के विश्वविद्यालयों में पिछले 09 साल के दौरान हुई तमाम भर्तियों की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस की निगरानी में होनी चाहिए

खुलने लगी विश्वविद्यालयों में भर्तियों के फर्जीवाड़े की पोल: कुमारी सैलजा

चंडीगढ़ : कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया है कि जींद विश्वविद्यालय में भर्तियों में हुई धांधली हुई है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों में पिछले 09 साल के दौरान हुई तमाम भर्तियों की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस की निगरानी में होनी चाहिए, ताकि सभी भर्ती कांड उजागर हो सकें। कुमारी सैलजा ने कहा कि जींद की चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी में साल 2018-19 में हुई भर्तियां विजिलेंस जांच में अवैध घोषित की गई है। यूनिवर्सिटी के तत्कालीन वीसी व भर्ती कमेटी के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज कराने की सिफारिश एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने की है। जबकि, प्रदेश की अन्य यूनिवर्सिटी में भी इसी तरह भर्तियां की गई। हर बार भर्तियों पर सवाल उठाए गए, लेकिन राज्य सरकार की सहमति के कारण जांच तक नहीं की गई। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सिरसा की सीडीएलयू में हुई भर्तियों का मामला तो हाई कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में हाई कोर्ट के जस्टिस की अगुवाई में एक आयोग का गठन किया जाना चाहिए और साल 2014 के बाद विश्वविद्यालयों में जितनी भी भर्ती हुई हैं, उनकी जांच के अधिकार इन्हें दिए जाएं। इससे भाजपा का नौकरियों में बिना पर्ची-बिना खर्ची का दावा तुरंत हवा होता नजर आएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में हुई भर्तियों पर सवाल उठते है।  हर विश्व विद्यालयों में हुई भर्तियों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।