चंबा के पांगी में युवक का गला कटा

-पैर फिसलने पर छत से गिरा, लोहे की चादर से कट लगा -हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया घायल

चंबा के पांगी में युवक का गला कटा

चंबा- हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले की पांगी घाटी इन दिनों बाकी दुनिया से कटी हुई है। एक तरफ लूना और चोली ब्रिज टूटने से संपर्क कटा, दूसरी तरफ बर्फबारी के चलते ब्लॉक सडक़ों ने समस्या खड़ी की हुई है। यही वजह है कि मंगलवार को गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू करके शहर ले जाया गया, जहां अब उसके गले का उपचार चल रहा है। दरअसल, घाटी के गांव धरवास का एक युवक गला कटने से गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों ने समय रहते उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल किलाड़ पहुंचाने की अपील की तो चंबा जिला प्रशासन ने सहयोग करते हुए हेलिकॉप्टर भेजा। डॉक्टरों द्वारा उसे प्राथमिक उपचार दिया गया और तुरंत आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया।

पुलिस ने दर्ज किए बयान

मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार देर शाम देवेंद्र लाल पुत्र चंडीदास निवासी धरवास अपने घर में किसी काम से छत पर गया। इस दौरान उसका पैर फिसल गया और घर के बाहर लगी लोहे की चादर से उसका गला कट गया। पुलिस थाना पांगी को जैसे ही सूचना मिली तो उन्होंने सिविल अस्पताल किलाड़ पहुंचाकर परिजनों के बयान दर्ज किए है। इस संबंध में जानकारी देते हुए एमएस सर्जन सिविल अस्पताल किलाड़ डॉक्टर विशाल ने बताया कि सोमवार देर शाम करीब 7 बजे व्यक्ति को गंभीर हालात में भर्ती किया गया था, लेकिन मरीज की हालत खराब होने की वजह से उसे घाटी से रेफर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि उसकी गली की श्वास नली कट गई है, जिसके उपचार के लिए उसे श्वहृञ्ज विशेषज्ञ के पास रेफर किया गया है।

एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया मरीज

मरीज को रेस्क्यू करने के लिए 16 घंटे बाद हेलीकॉप्टर पहुंची। पांगी के सिविल अस्पताल से मरीज को सोमवार शाम को करीब 8 बजे तक रेफर कर दिया गया था। मंगलवार सुबह हेलिकॉप्टर की अनुमति मिलते ही मरीज को 12 बजे रेस्क्यू किया गया। वहीं मरीज को एंबुलेंस के जरिए हेलिपैड तक पहुंचा गया। उम्मीद है कि मरीज को समय पर उपचार मिलेगा और वह ठीक हो जाएगा।