उपायुक्त ने दिया सुझाव, जिस पर मुख्यमंत्री ने दिए योजना बनाने के निर्देश

जलभराव की स्थिति में अपने स्तर पर पानी निकालने वाले किसानों के लिए डीजल उपलब्ध करवाने का दिया सुझाव, मुख्यमत्री की अध्यक्षता में विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से संपन्न हुई 54वीं हरियाणा राज्य सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक, सूखा राहत व बाढ़ नियंत्रण के लिए जिला स्तर पर किये जाते हैं उचित प्रबंध: उपायुक्त ललित सिवाच

उपायुक्त ने दिया सुझाव, जिस पर मुख्यमंत्री ने दिए योजना बनाने के निर्देश
उपायुक्त ने दिया सुझाव, जिस पर मुख्यमंत्री ने दिए योजना बनाने के निर्देश
सोनीपत । तीव्र बरसात के चलते जल भराव की स्थिति पैदा होने पर कुछ किसान अपने स्तर पर खुद के संसाधनों से खेतों से पानी निकालने में जुट जाते हैं, जिनके लिए डीजल की व्यवस्था की जानी चाहिए। उपायुक्त ललित सिवाच ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पूछे जाने पर सोनीपत जिला की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए यह सुझाव दिया, जिसे मुख्यमंत्री ने तुरंत स्वीकृत करते हुए आला अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस संदर्भ में योजना बनायें।
गुरूवार को विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से हरियाणा राज्य सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने विस्तार से सूखा राहत व बाढ़ नियंत्रण के लिए किये जा रहे प्रबंधों पर चर्चा की। जिलों की समीक्षा करते हुए नई योजनाओं व सुझावों पर भी विचार-विमर्श किया गया। नये वित्त वर्ष के अंतर्गत बजट व आवश्यक प्रबंध किये जाने पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक के दौरान ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल एक-एक जिला के उपायुक्त से आवश्यक सुझाव अथवा मांग की जानकारी ली तो सोनीपत के उपायुक्त ललित सिवाच ने आवश्यक सुझाव दिया। उनकी मांग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी तुरंत स्वीकृति दी। इस प्रकार उपायुक्त के सुझाव से पूरे हरियाणा प्रदेश के लिए एक योजना बनकर तैयार होगी, जिसका विशेष लाभ जलभराव की स्थिति में मिलेगा। इससे बरसाती पानी को जल्दी निकालने में विशेष सहायता मिलेगी। साथ ही किसानों को भी विशेष रूप से प्रोत्साहन मिलेगा।
इस दौरान उपायुक्त ललित सिवाच ने विडियो कान्फ्रेंस के उपरांत संबंधित अधिकारियों की बैठक लेते हुए जिला की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सोनीपत में लगभग 57 गांवों में करीब 26 हजार एकड़ भूमि जल भराव से प्रभावित होती है। हर स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार रहता है। पानी निकालने के लिए हमारे पास करीब 246 पंपसैट हैं, जिनमें 80 स्थानों पर स्थाई तौर पर जल निकासी की व्यवस्था की गई है। अभी जिला की ओर से 70 नये पंपसैट उपलब्ध करवाने की मांग की गई है, जिनमें 50 इलैक्ट्रिक पंपसैट तथा 20 डीजल पंपसैट शामिल है। उन्होंने कहा कि सोनीपत में अधिकारियों के एकजुट प्रयासों से हर प्रकार की स्थिति को सरलता से नियंत्रित किया जाता है, जिससे आम जनमानस को खासी राहत मिलती है। आगे भी जनहित में इसी प्रकार प्रयास जारी रखे जाएं।
बैठक में जिला राजस्व अधिकारी हरिओम अत्री, जनस्वास्थ्य विभाग के एसई एसपी जोशी, एक्सईएन गुलशन कुमार, एक्सईएन अश्विनी फोगाट, जेडटीओ राजेंद्र चुघ आदि संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।