महिलाएं शिक्षा के साथ-साथ हरेक क्षेत्र में हो रहीं हैं अग्रणी- राज्यपाल

अंग्रेजी भाषा की अपेक्षा अपनी मातृभाषा हिंदी को अधिक महत्व दें, डिग्री प्राप्त करने के पश्चात विद्यार्थी रोजगार ढूंढने के बजाय दूसरों को रोजगार देने वाले बनें, एडवांस्ड इंस्ट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी एंड मैनेजमेंट कॉलेज के प्रथम दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर मेधावी विद्यार्थियों को वितरित की डिग्री

महिलाएं शिक्षा के साथ-साथ हरेक क्षेत्र में हो रहीं हैं अग्रणी- राज्यपाल

चण्डीगढ़। देश की बेटियां शिक्षा के साथ-साथ हरेक क्षेत्र में अग्रणी हो रहीं है। प्रत्येक क्षेत्र में महिलाएं पुरूषों की अपेक्षा आगे बढ़ रहीं है। यह वक्तव्य हरियाणा के महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने एडवांस्ड इंस्ट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी एंड मैनेजमेंट कॉलेज के प्रथम दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में महिलाओं के लिए सभी जिलों में महिला विश्वविद्यालय, महाविद्यालय स्थापित किए गए हैं। विद्यार्थियों को जीवन भर पढते रहना चाहिए। विद्यार्थी चाहे जितना भी पढ लिखकर आगे बढे और वह अगर विदेश में भी जाता है तो अपनी मातृभूमि को हमेशा याद रखे। इस अवसर पर विधायक जगदीश नायर, उपायुक्त नेहा सिंह, पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी अशोक बघेल, मेहरचंद गहलौत, जगमोहन गोयल सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने एडवांस्ड इंस्ट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी एंड मैनेजमेंट कॉलेज के प्रथम दीक्षांत समारोह में मेधावी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि जीवन में पढाई का महत्व कभी भी समाप्त नहीं होता। पढाई के साथ-साथ हम सभी को सामाजिक कार्यों में भी अपनी अहम भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे यह जानकर बडी खुशी हुई है कि इस महाविद्यालय के द्वारा सामाजिक कार्य जैसे बेटी बचाओ-बेटी पढाई, नशा मुक्ति, वृक्षारोपण आदि में बढ-चढकर भाग लिया जाता है। उन्होंने कहा कि स्किल डेवलेपमेंट के द्वारा विद्यार्थी डिग्री लेने के बाद केवल नौकरी लेने वाले न बनकर दूसरे लोगों को भी रोजगार देने में सक्षम बनें। इसी के तहत प्रधानमंत्री ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालाय की स्थापना की है, जिसमें हजारों युवा हुनरमंद बनकर रोजगार व स्वरोजगार की दिशा में निरंतर अग्रसर हो रहे हैं। उन्होंने नैतिक मूल्यों, नई खोज, तकनीक विकास पर भी जोर देते हुए कहा कि आज का युग तकनीकी का है। आज देश सूचना प्रौद्योगिकी तकनीक में बहुत आगे बढ चुका है। तकनीक जितनी बढेगी उतना ही कौशल बढेगा। श्री दत्तात्रेय ने विद्यार्थियों को नवाचार से आगे बढने के लिए प्रोत्साहित किया। विद्यार्थी शोध के क्षेत्र में भी आगे बढ़ें। अपना व्यक्तित्व को बेहतर बनाएं। जीवन में आगे बढने के लिए अनुशासन अत्यंत आवश्यक है। युवा नशे से दूर रहें और दूसरों को भी इसके बारे में जागरूक कर नशा मुक्त भारत अभियान में अपना योगदान देवें। इसके अलावा सभी युवा व युवतियां प्रतिदिन व्यायाम कर अपने शरीर, मन व मस्तिष्क को स्वस्थ रखें, क्योंकि स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए देश व समाज के प्रति सकारात्मक सोच रखें। अपनी शिक्षा का इस्तेमाल गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षित व हुनरमंद बनाने में करें।

उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी ऐसी सोच रखें ताकि अपने साथ-साथ समाज व प्रदेश का भी नाम रोशन हो। अंग्रेजी भाषा को सीखें परंतु अंग्रजी के गुलाम न बनें। अपनी मातृभाषा हिंदी को अधिक महत्व दें। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत देश में तकनीकी व मेडिकल कोर्स को अपनी मातृभाषा हिंदी में करने के निर्णय का महामहीम राज्यपाल ने धन्यवाद किया। इस शिक्षा नीति से ग्रामीण आंचल के युवा इन कोर्सों को हिंदी भाषा में पढकर आगे बढ़ सकेंगे। उन्होंने एडवांस्ड कॉलेज की वर्ष 2006 में स्थापना की गई, तब से लेकर अब तक यह संस्थान तकनीकी, प्रबंधन, कौशल तथा अन्य क्षेत्रों में कुशल, मेधावी इंजीनियर, उद्यमी और प्रोफेशनल समाज को प्रदान कर रहा है। इस संस्थान द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए निशुल्क शिक्षा तथा जरूरतमंद विद्यार्थियों को कॉरपोरेट की सामाजिक जिम्मेदारी के तहत छात्रवृति प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी मन-वचन और कर्म से अपने आप को उपाधि के योग्य सिद्ध करें। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री बंडारू दत्तात्रेय ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थी एवं उनके अभिभावकों को बधाईयां दी। उन्होंने कहा की मुझे बहुत खुशी है कि उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में छात्राएं अधिक संख्या है। एडवांस्ड इंस्ट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी एंड मैनेजमेंट कॉलेज के प्रथम दीक्षांत समारोह का शुभारंभ हरियाणा के महामहिम राज्यपाल श्री बडारू दत्तात्रेय ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया।

कॉलेज के प्रथम दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल ने मेधावी छात्र और छात्राओं को उपाधि से विभूषित किया। इस अवसर पर उन्होंने पंडित बी.डी. शर्मा हैल्थ साइंस यूनिवर्सिटी रोहतक के 45 कॉलेजों में वर्ष 2020 में एम. फार्मेसी में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा शिवाली राही तथा चौधरी रणवीर सिंह यूनिवर्सिटी जींद के 132 कॉलेजों में वर्ष 2019 में एमएड में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा नीरज को स्वर्ण पदक से विभूषित किया तथा एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के टॉपर त्रिलोक चंद, डॉली अग्रवाल, मनीषा डागर, तनीशा, सपना, कोमल, नकुल, कोमल सैनी, सुमन, विनीत कुमार सिन्हा, एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी के टॉपर नकुल, मेधावी, संगीता, देव, ज्योति व एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ एजूकेशन की टॉपर सौम्या कथूरिया, मौना शर्मा को श्रेष्ठता प्रमाण-पत्र गए। संस्था के कुल 200 विद्यार्थियों को महामहिम ने डिग्री प्रदान की, जिसमें बी.टेक, एम टेक, बीसीए, एमसीए, बीबीए, एमबीए, बी फार्मेसी, एम फार्मेसी, बीएड तथा एमएड कोर्स के छात्र-छात्राओं की उपाधियां शामिल हैं।

दीक्षांत समारोह के विशिष्ट अतिथि जगदीश मित्तल ने अपने उद्बोधन में महामहिम राज्यपाल को समर्पित करते हुए काव्य शैली में कहा कि त्याग तपस्या से मानव माथे का चन्दन हो जाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने परिवार, समाज और देश के प्रति संवेदनशील बनने की प्रेरणा दी।

समारोह में उपस्थित एडवांस्ड एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन एवं ओम स्टरलिंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी हिसार के कुलाधिपति डा. पुनीत गोयल ने दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि महामहिम बंडारू दत्तात्रेय तथा विशिष्टड्ढ अतिथि जगदीश मित्तल को पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत व आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने अभिभाषण में कहा कि मेहनत करने वाले व्यक्तियों के जीवन में असफलता की कोई गुंजाइश नही होती। एडवांस्ड एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस की चेयरपर्सन एवं ओम स्टरलिंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी हिसार की उप कुलाधिपति डा. पूनम गोयल ने कहा कि एडवांस्ड एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के प्रथम दीक्षान्त समारोह में 200 स्नातक विद्यार्थियों में 60 प्रतिशत छात्राएं हैं। इस तरह संस्थान बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के अभियान को भी सार्थक बना रहा है।

कार्यक्रम में ओम स्टरलिंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी हिसार के कुलपति एन.पी. कौशिक ने कहा कि जीवन में हर एक अंत से नई शुरुआत होती है। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि आप सभी अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहें।

एडवांस्ड एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के प्रशासक डा. सुनील दलाल ने संस्था का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि संस्था के विद्यार्थियों ने कई बार यूनिवर्सिटी की टॉपर लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराया है। कार्यक्रम में वीरेंद्र गोयल, रीटा गोयल, पंकज जैन, अमिता जैन, श्रुति, गरिमा गोयल, भव्या गोयल, कुशाग्र गोयल, ओम स्टरलिंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी हिसार के प्रति उपकुलपति डा. अजय पोद्दार, रजिस्ट्रार डा. विनोद कुमार, डीन मार्किटिंग रमनजीत, डीन एडमिशन डा. सुमेश जैन, एडवांस्ड इंस्टिट्यूट के प्राचार्य प्रो. लक्ष्मी शर्मा, डा. अर्पणा राणा, डा. आर.आर. पांडेय, रजिस्ट्रार दिव्या वर्मा सहित कॉलेज के सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, अभिभावकगण व विद्यार्थी उपस्थित रहे।