बोपन्ना ने जीत के साथ डेविस कप करियर में लगाया पूर्ण विराम

भारत के उम्रदराज खिलाड़ी ने डेविस कप के करियर के दौरान 13 युगल मुकाबलों समेत कुल 33 मैच खेले जिनमें से 23 में उनके खाते में जीत आयी

बोपन्ना ने जीत के साथ डेविस कप करियर में लगाया पूर्ण विराम

लखनऊ : रोहन बोपन्ना ने रविवार को यहां डेविस कप विश्व ग्रुप -2 के युगल मुकाबले में अपने जोड़ीदार युकी भांबरी के साथ एकतरफा मुकाबले में मोरक्को के इलियट बेनचेट्रिट और यूनुस लालामी लारौसी को 6-2, 6-1 से हरा कर अपने डेविस कप करियर को शानदार पूर्ण विराम दिया।

43 वर्षीय रोहन बोपन्ना का डेविस कप करियर में यह आखिरी मुकाबला था। उन्होंने अपने जोड़ीदार युकी भांबरी के साथ विजयंत खंड हार्ड कोर्ट में खेले गये मैच में मोरक्को के खिलाडिय़ों के पांव जमने से पहले ही उखाड़ दिये। अमेरिकी ओपन में युगल वर्ग का फाइनल खेल कर लखनऊ आये विश्व के नंबर सात खिलाड़ी ने कोर्ट में अपने अनुभव का भरपूर इस्तेमाल किया और एक घंटे 11 मिनट तक चले मैच में अपने प्रतिद्वंदियों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। जीत के बाद कोर्ट पर मौजूद प्रशंसकों ने खड़े होकर ताली बजाते हुये उनको विदाई दी। भावुक बोपन्ना ने कोर्ट पर भारतीय टीम की जर्सी उतार कर डेविस कप को अलविदा कहा। भारत के उम्रदराज खिलाड़ी ने डेविस कप के करियर के दौरान 13 युगल मुकाबलों समेत कुल 33 मैच खेले जिनमें से 23 में उनके खाते में जीत आयी।

इस मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी कमजोर दिख रही मोरक्को पर पूरी तरह हावी रहे। मोरक्को के खिलाड़ी अपनी सर्विस बचाने के लिये संघर्ष करते नजर आये। भारत ने पहला सेट मात्र 34 मिनट में अपने नाम किया। दूसरे सेट में भी बोपन्ना ने सर्विस का शानदार नमूना पेश किया लेकिन तीसरे गेम में भांबरी की सर्विस पर मोरक्को की टीम ने एक ब्रेक प्वाइंट हासिल किया। भारतीय टीम हालांकि इसे बचाने में सफल रही। मोरक्को के यूनुस ने चौथे गेम में अपनी सर्विस पर स्कोर 40-0 कर दिया था लेकिन इसके बाद उनका अपनी सर्विस पर नियंत्रण नहीं रहा,नतीजन भारत ने यह मुकाबला जीतकर भारत को 2-1 की बढ़त दिला दी।