सीएम हरियाणा ने एक क्लिक पर भेजे 1087 उम्मीदवारों को रोजगार ऑफर

श्री खट्टर ने जॉब ऑफर प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुये कहा कि राज्य सरकार द्वारा पारदर्शी तरीके से सरकारी भर्तियां की जा रही हैं।

सीएम हरियाणा ने एक क्लिक पर भेजे 1087 उम्मीदवारों को रोजगार ऑफर

चंडीगढ़ - हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सरकारी विभागों, बोर्डों और निगमों में जरूरत के अनुसार तत्काल मानव संसाधन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) के माध्यम से अनुबंध आधार पर एक क्लिक के माध्यम से लगभग 1087 उम्मीदवारों को आज जॉब ऑफर भेजे।

श्री खट्टर ने जॉब ऑफर प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुये कहा कि राज्य सरकार द्वारा पारदर्शी तरीके से सरकारी भर्तियां की जा रही हैं। एचकेआरएन के माध्यम से दी जाने वाली नौकरियों में भी पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है, जिससे नागरिक संतुष्ट हैं। आज भेजे गये जॉब ऑफर में 382 ड्राइवर, 92 आयुष योग सहायक, 96 डाटा एंट्री ऑपरेटर, 55 फायरमैन/फायर ड्राइवर, 31 जूनियर इंजीनियर आदि शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का ध्येय जरूरतमंद परिवारों अर्थात अंत्योदय परिवारों के सदस्यों को एचकेआरएन के तहत प्राथमिकता देते हुए उन्हें रोजगार के अवसर मुहैया कराना है, ताकि ऐसे परिवारों का आर्थिक उत्थान हो सके और वे आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि सरकार को लगातार आउटसोर्सिंग नीति के तहत सेवा प्रदाताओं द्वारा रखे गए कर्मचारियों के शोषण की शिकायतें प्राप्त होती थी, इसलिए उनकी सरकार ने कौशल रोजगार निगम का गठन करने का निर्णय लिया था। अब सभी अनुबंध कर्मचारियों की नियुक्ति इस निगम के माध्यम से हो रही है। उन्होंने कहा कि पहले डीसी रेट पर अस्थाई कर्मचारी रखे जाते थे। विभिन्न जिलों में अलग-अलग डिसी रेट के कारण कुछ परेशानी भी आती थी। अब एचकेआरएन में मासिक-पे को भी रेगुलराइज किया गया है और इन कर्मचारियों को ईपीएफ, ईएसआईसी का भी पूरा लाभ मिल रहा है।

श्री खट्टर ने कहा कि एचकेआरएन के माध्यम से अब तक लगभग 5600 से अधिक उम्मीदवारों को रोजगार प्रदान किया जा चुका है। इनमें मुख्य रूप से टीजीटी, पीजीटी, ड्राइवर, आयुष योग सहायक और लाइनमैन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एचकेआरएन के माध्यम से रखे गए कर्मचारियों में एससी, ओबीसी इत्यादि श्रेणी के लिए आरक्षण का भी पूरा अनुपालन किया गया है। इतना ही नहीं, आरक्षण की सीमा से अधिक कर्मचारी लगाए गए हैं। अब तक लगाए गए कर्मचारियों में 30 प्रतिशत से अधिक एससी श्रेणी के हैं।