सीमा सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक के प्रयोग का आह्वान किया धनखड़ ने

कहा, देश की प्रथम रक्षा पंक्ति के रुप में सीमा सुरक्षा बल उत्कृष्ट रूप से कर्तव्य निर्वहन कर रहा है

सीमा सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक के प्रयोग का आह्वान किया धनखड़ ने

नयी दिल्ली : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सीमा सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने का आह्वान करते हुए कहा है कि सीमा पर जवानों की तैनाती के कारण भारतवासी एक सुरक्षित वातावरण में सो पाते हैं। श्री धनखड़ ने शुक्रवार को राजस्थान के जैसलमेर में सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ के एक सम्मेलन काे संबोधित करते हुए कहा कि सीमा पर जवानों की तैनाती के कारण भारतवासी एक सुरक्षित वातावरण में सो पाते हैं। उन्होंने कहा कि देश की प्रथम रक्षा पंक्ति के रुप में सीमा सुरक्षा बल उत्कृष्ट रूप से कर्तव्य निर्वहन कर रहा है। यह कार्य अत्यंत प्रशंसनीय और वंदनीय है।

देश के दुश्मनों की घुसपैठ, तस्करी आदि अपराधों के जरिये सीमावर्ती इलाकों में अस्थिरता लाने के प्रयासों को प्रभावी रूप से निष्फल करने की उपराष्ट्रपति ने प्रशंसा की। उन्होंने इन चुनौतियों से निपटने में आधुनिक तकनीक के प्रयोग का भी आह्वान किया। उराष्ट्रपति दो दिन के जैसलमेर की यात्रा पर हैं। कल शाम उपराष्ट्रपति ने जैसलमेर में बीएसएफ की बावलियांवाला सीमा चौकी का दौरा किया था और जवानों से मुलाकात की थी। इस अवसर पर उन्होंने 'तनोट विजय स्तंभ' पर अमर शहीदों को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

उन्होंने कहा कि हिमालय की ऊंची पहाड़ियाँ, थार का तपता हुआ रेगिस्तान, पूर्वोत्तर के घने जंगल, दल-दल से भरे रण-क्रीक में सीमा सुरक्षा बल के जवानों की जो मुस्तैदी बेमिसाल है। सीमा सुरक्षा बल के जवान हर पल आप अपने नारे “जीवन पर्यन्त कर्तव्य” को चरितार्थ कर रहें हैं। रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि अब रक्षा उपकरणों का निर्यात किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “ विमानवाहक पोत विक्रांत देश में बना, फ्रिगेट देश में बने, तेजस बना, मिसाइलें बनी और यह मुमकिन इसलिए हुआ क्योंकि सीमाओं पर अमन-चैन आप कायम करते हो।”