भगवान श्री राम के आदर्शों को अपना ले तो जीवन में खुशियां ही खुशियां होंगी - प्रदीप कौशल

श्री दक्षिणमुखी सिद्ध हनुमान मंदिर रामसरन माजरा में श्री राम कथा में भगवान श्री राम जी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया

भगवान श्री राम के आदर्शों को अपना ले तो जीवन में खुशियां ही खुशियां होंगी - प्रदीप कौशल
भगवान श्री राम के आदर्शों को अपना ले तो जीवन में खुशियां ही खुशियां होंगी - प्रदीप कौशल

बबैन- श्री दक्षिणमुखी सिद्ध हनुमान मंदिर रामसरन माजरा में चल रही साप्ताहिक श्री राम कथा में भगवान श्री राम जी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। भगवान श्री रामकथा के तीसरे दिन का शुभारंभ समाजसेवी अमित सैनी उर्फ पौंकी ने पूजा अर्चना के साथ शुरु करवाया। इस अवसर पर श्री श्री गुरुदेव प्रदीप कौशल जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भगवान श्री राम जी के जन्मोत्सव का वृतांत सुना और उन्हें झूमने पर मजबूर कर दिया। श्री श्री गुरुदेव प्रदीप कौशल जी महाराज ने कहा कि भगवान श्री राम का जन्म रामनवमी के दिन हुआ था इसलिए इस दिन को रामजन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है।

उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम को मर्यादा का प्रतीक माना गया है इसलिए उन्हें मर्यादा पुरुषोतम यानी श्रेष्ठ पुरुष की संज्ञा दी गई। कथा करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम के जन्म के समय शीतल, मंद और सुगंधित पवन बह रही थी। भगवान श्री राम के जन्म की खुशी मे सभी देवता और संत खुशियां मना रहे थे। धरती पर बह रही सभी पवित्र नदियों अमृत की धारा बहा रही थी और पुरी अयोध्या नगरी में चारों और खुशियां ही खुशियां थी और लोग नाच गा रहे थे। राजा दशरथ आनंदित थे और सभी रानियां भी आनंद मना रही थी।

राजा दशरथ लोगों में सोना, गो, वस्त्र आर मणिया दान कर रहे थे और सारी नगरी में चारों और हर्ष ही हर्ष था। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम हमारे लिए एक आदर्श है और यदि हम उनके दिखाए आदर्शों को अपने जीवन में अपना ले तो हमारे जीवन में भी खुशियां ही खुशियां होंगी। इस अवसर पर सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश सैनी, विरंद्र ढांडा, रिंकू देवीदास पुरा, सोनू सैनी, संदीप सराहा, सुखविंदर, तरसेम राय, शिव राम, बलकार ङ्क्षसह, कैप्टन कृष्ण लाल के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति एंव बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी।