चक्रवातीय तूफान बिपारजॉय की चपेट में आएगा पाकिस्तान

अगले 72 घंटे में चलेंगी हवाएं, आर्मी-नेवी ने शुरू किया लोगों का रेस्क्यू

चक्रवातीय तूफान बिपारजॉय की चपेट में आएगा पाकिस्तान

नई दिल्ली : चक्रवातीय तूफान बिपारजॉय का असर भारत के साथ अब पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर भी हो रहा है। तूफान के असर के कारण ही कराची में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। माना जा रहा है कि तूफान 15 जून को कराची और सिंध के तटीय क्षेत्रों से टकरा सकता है। पाकिस्तान में इस तूफान का असर इस सप्ताह के अंत तक देखने को मिल सकता है, यानी लोगों को 18 जून तक तूफान के प्रकोप को झेलना होगा।

अरब सागर में आए इस चक्रवाती तूफान बिपारजॉय का रुख अब पाकिस्तान की तरफ हो गया है और ये तेजी से पड़ोसी मुल्क की ओर बढ़ रहा है। गुजरात के कच्छ और पाकिस्तान के कराची से इस तूफान के टकराने की संभावना 15 जून की है। इस भयावाह तूफान से लोगों को बचाने के लिए पाकिस्तान में सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है, जिसके तहत लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। सिंध प्रांत के एक लाख लोग जो निचले इलाकों में रहते हैं उनका रेस्क्यू किया जा रहा है। इस संबंध में पाकिस्तान मौसम विभाग ने भी बिपारजॉय को लेकर भी नई चेतावनी जारी की है। इसके अनुसार अब अत्यधिक गंभीर तूफान गंभीर तूफान में बदल गया है। तूफान कराची से लगभग 410 किलोमीटर दूर है, जो कि 15 जून को सिंध के तटीय क्षेत्रों में टकरा सकता है। इसके बाद से 17-18 जून तक कम होने लगेगा। मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान के लिए अगले 72 घंटे बेहद अहम है। 

तूफान बिपारजॉय गुजरात के कच्छ जिले की तरफ बढ़ रहा है। इसे देखते हुए सरकार ने अब तक राज्य के आठ जिलों में समुद्र के पास रहने वाले करीब 37,800 लोगों को सुरक्षित स्थान पर रेस्क्यू कर पहुंचाया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि शक्तिशाली चक्रवात 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह पहुंच सकता है। वीएससीएस (बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान) ‘बिपारजॉय’ अरब सागर के ऊपर उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ते हुए 14 जून को तडक़े भारतीय समायुनसार ढाई बजे जखाऊ बंदरगाह से लगभग 280 किलोमीटर डब्ल्यूएसडब्ल्यू पर केंद्रित रहा। वीएससीएस के रूप में ही 15 जून की शाम तक यह जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास से गुजरेगा।