छिंदवाड़ा की घटना को लेकर पटवारी ने सरकार को घेरा

एनसीआरबी के वर्ष 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, मध्यप्रदेश आत्महत्याओं के मामले में देश भर में तीसरे स्थान पर रहा था

छिंदवाड़ा की घटना को लेकर पटवारी ने सरकार को घेरा

भोपाल : मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में एक युवक द्वारा अपने परिवार के आठ सदस्यों की हत्या के बाद आत्महत्या करने के मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आज कहा कि राज्य में बेरोजगारी और गरीबी ने परिवारों को अवसाद में धकेल दिया है। श्री पटवारी ने एक्स पर की गई अपनी पोस्ट में आरोप लगाया कि जंगलराज की पराकाष्ठा को पार कर चुका मध्यप्रदेश कानून व्यवस्था के सबसे निचले स्तर पर आ चुका है। गरीबी, बेरोजगारी और आर्थिक तंगी ने बड़ी संख्या में परिवारों को तनाव और अवसाद में धकेल दिया है। महंगाई ने ग्रामीण इलाकों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। दिखावे की तमाम सरकारी योजनाएं सिर्फ कागजों में ही गरीबी दूर करने का दावा कर रही हैं। जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है।

उन्होंने कहा कि एनसीआरबी के वर्ष 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, मध्यप्रदेश आत्महत्याओं के मामले में देश भर में तीसरे स्थान पर रहा था। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने पूर्व में ‘आनंद विभाग’ खोलने की नौटंकी करके उसमें कई अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति की थी, लेकिन इसकी असफलता का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश के लोगों को आनंद की अनुभूति तो हुई नहीं, उलटा आत्महत्याओं का ग्राफ बढ़ा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि क्या यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खुशहाल भारत या न्यू इंडिया है, जिसमें सिर्फ तनाव और हताशा का माहौल है। उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य सरकार छिंदवाड़ा की घटना की त्वरित जांच करेगी।