मिशन 2024 के लिए कांग्रेस पार्टी में बड़े स्तर पर संगठनात्मक बदलाव की तैयारी

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी अभी से तैयारियों में जुट गई है।

मिशन 2024 के लिए कांग्रेस पार्टी में बड़े स्तर पर संगठनात्मक बदलाव की तैयारी

शिमला - हिमाचल में शिमला नगर निगम चुनाव में जीत के बाद अब कांग्रेस पार्टी का अगला लक्ष्य मिशन-2024 है।

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी अभी से तैयारियों में जुट गई है। पार्टी में बड़े स्तर पर संगठनात्मक बदलाव की तैयारी चल रही है। संगठन व नगर निगम चुनाव में बेहतर काम करने वाले पदाधिकारियों को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।

इसके अलावा कुछ निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाया जाना तय है। दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व के साथ इसको लेकर चर्चा हो चुकी है। इसके अलावा पूर्व विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी से निष्काषित कार्यकर्ताओं को भी दोबारा पार्टी में शामिल करने पर चर्चा हुई है।

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश अध्यक्षा प्रतिभा सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ल के साथ मुलाकात की। बैठक में संगठनात्मक मसलों पर लंबी चर्चा की गई। जिले से लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के स्तर पर यह बदलाव हो सकता है।

बैठक के दौरान श्रीमती प्रतिभा सिंह ने शिमला नगर निगम चुनावों की रिपोर्ट प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ल को सौंपी। बोर्ड व निगमों में अध्यक्ष उपाध्यक्षों की नियुक्ति का मामला उठासंगठन सूत्रों के अनुसार इस बैठक बैठक में बोर्ड व निगमों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद की तैनाती का मामला भी उठा है।

बैठक में कहा गया कि 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में संगठन में लंबे समय से सक्रियता से काम कर रहे पदाधिकारियों को सरकार में स्थान मिलना चाहिए। बोर्ड व निगमों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर तैनाती होनी चाहिए। सरकार बने हुए चार महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक ज्यादातर बोर्ड और निगमों में अध्यक्ष उपाध्यक्षों की तैनाती नहीं हुई है। जिससे कार्यकर्ताओं में निराशा है। अगर ऐसा ही रहा तो लोकसभा चुनाव में संगठन को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। इस मुलाकात के बाद यह तय है कि पांच से छह नेताओं की बोर्ड व निगमों में जल्द ताजपोशी होगी।

प्रदेश अध्यक्ष द्वारा हाईकमान को सौंपी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि नगर निगम चुनाव में कांग्रेस पार्टी को कुल 51.93 फीसदी वोट शेयर प्राप्त हुआ है जबकि विपक्षी दल भाजपा का वोट शेयर 40.76 फीसदी था। माकपा को महज 3.56 फीसद वोट शेयर प्राप्त हुआ है। 1.90 अन्य के खाते में गया है। निगम में कुल 93 हजार 920 वोटर थे जिसमें से 55662 मत पड़े। कांग्रेस ने 34 में से 24 वार्डों में जीत प्राप्त की है।