जंतर-मंतर पर पहलवानों से मिलने पहुंचीं प्रियंका गांधी, खिलाडिय़ों के पोंछे आंसू

पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं

जंतर-मंतर पर पहलवानों से मिलने पहुंचीं प्रियंका गांधी, खिलाडिय़ों के पोंछे आंसू

नई दिल्ली : दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के शीर्ष पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है। बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक जैसे ओलंपिक पदक विजेता पहलवान इस प्रदर्शन की अगुआई कर रहे हैं। पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। उनकी शिकायत पर दिल्ली पुलिस एफआईआर दर्ज किया है, लेकिन पहलवान धरना खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं। प्रियंका के सामने धरने पर बैठीं महिला पहलवान रोने लगीं। प्रियंका ने उन्हें चुप कराने का प्रयास किया। इस दौरान कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने पुरुष पहलवानों से बात की। फिर सभी एक जगह बैठ गए। प्रियंका ने महिला पहलवानों के बाद पुरुष खिलाडय़िों से भी मामले की पूरी जानकारी दी।

जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों से कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुलाकात की। उन्होंने धरने में खिलाडय़िों का साथ दिया। प्रियंका ने इस दौरान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया से काफी देर तक बात की। पहलवान बजरंग पुनिया ने दिल्ली पुलिस पर प्रताडऩा के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, हमने कुछ सामान मंगवाया था लेकिन वे (पुलिस) हमें यहां लाने नहीं दे रहे हैं और सामान लाने वाले को पीट-पीट कर भगा रहे हैं। जब तक न्याय नहीं मिलता, हम विरोध करेंगे, चाहे पुलिस प्रशासन हमें कितना भी प्रताडि़त करे। बजरंग ने पुनिया ने कहा, पुलिस ने पहलवानों से कहा है कि विरोध करना है तो सडक़ पर सो जाओ। आज उन पर यह कैसा दबाव आ गया है, ऐसी कोई समस्या पहले नहीं थी, यह केवल सुप्रीम कोर्ट के दबाव के कारण हुआ है। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार (29 अप्रैल) को जंतर-मंतर पर पहलवानों से मिलने जा सकती हैं। प्रियंका ने इससे पहले ट्वीट कर पहलवानों का समर्थन किया था। दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के शीर्ष पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है। बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक जैसे ओलंपिक पदक विजेता पहलवान इस प्रदर्शन की अगुआई कर रहे हैं। पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। उनकी शिकायत पर दिल्ली पुलिस एफआईआर दर्ज किया है, लेकिन पहलवान धरना खत्म करने के लिए तैयार नहीं हैं।