वैग्नर प्रमुख प्रीगोझिन ने विद्रोह के बाद पहली बार बयान जारी किया

अब भी उनके, रूसी सेना के वरिष्ठ नेताओं के अस्तित्व के साथ ही यूक्रेन में युद्ध पर प्रभाव और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राजनीतिक भविष्य पर अनिश्चितता बनी हुई है

वैग्नर प्रमुख प्रीगोझिन ने विद्रोह के बाद पहली बार बयान जारी किया

मॉस्को। रूस के निजी सैन्य समूह ‘वैग्नर’ के प्रमुख येवगेनी प्रीगोझिन ने सोमवार को एक बयान जारी कर अपनी बगावत का बचाव किया। उन्होंने शनिवार को कुछ समय तक चला अपना विद्रोह खत्म करने के बाद आज एक ऑडियो बयान दिया। बहरहाल, अब भी उनके, रूसी सेना के वरिष्ठ नेताओं के अस्तित्व के साथ ही यूक्रेन में युद्ध पर प्रभाव और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राजनीतिक भविष्य पर अनिश्चितता बनी हुई है। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ‘वैग्नर’ द्वारा विद्रोह किए जाने और उन्हें हटाने की मांग किए जाने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए। सोमवार को जारी एक वीडियो में वह यूक्रेन में सैनिकों से मिलते नजर आए। इस वीडियो का मकसद देश में कई दशकों के इस सबसे गंभीर राजनीतिक संकट के बाद व्यवस्था बने रहने का संकेत देना है।

प्रीगोझिन ने 11 मिनट के ऑडियो बयान में कहा कि उन्होंने ‘‘वैग्नर निजी सैन्य कंपनी की बर्बादी को रोकने’’ और वैग्नर के एक शिविर पर हमले की प्रतिक्रिया के रूप में यह कदम उठाया जिसमें उनके 30 लड़ाके मारे गए। उन्होंने कहा, ‘‘हमने अन्याय के कारण मॉस्को की ओर कूच किया था।’’ प्रीगोझिन ने इसकी जानकारी नहीं दी कि वह कहां हैं और भविष्य की उनकी योजनाएं क्या है। इस लड़ाई के दौरान प्रीगोझिन और रूस के सैन्य नेतृत्व के बीच उत्पन्न कटुता ने विद्रोह का रूप ले लिया और वैग्नर समूह दक्षिणी रूस के एक सैन्य मुख्यालय पर कब्जा करने पहुंच गया। ऐसी जानकारी है कि बिना किसी रोक-टोक के वह मॉस्को से महज कुछ सौ मील दूर तक पहुंच गया। लेकिन शनिवार को 24 घंटे के अंदर ही वह वापस लौट गया।

क्रेमलिन ने कहा कि उसने समझौता किया है जिसके तहत प्रीगोझिन बेलारूस जाएंगे तथा उन्हें एवं उनके सैनिकों को क्षमादान मिलेगा। प्रीगोझिन ने अपने बयान में रूस की सेना पर तंज कसते हुए अपने कूच को इस पर ‘‘मास्टर क्लास’’ बताया कि उसे फरवरी 2022 में रूस पर किस तरह आक्रमण करना चाहिए था। उन्होंने वैग्नर के कूच करने के संदर्भ में देश की रक्षा करने में नाकाम रहने के लिए भी रूसी सेना का मखौल उड़ाया। वैसे तो प्रीगोझिन के ठिकाने के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन एक लोकप्रिय समाचार चैनल ने टेलीग्राम पर खबर दी कि उन्हें बेलारूस की राजधानी मिंस्क में एक होटल में देखा गया।

अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको के कथित तौर पर मध्यस्थता वाले इस समझौते के तहत प्रीगोझिन और उनकी सेना का अंतत: क्या होगा। स्वतंत्र रूसी समाचार संगठन व्योर्स्तका ने दावा किया कि यूक्रेन की सीमा से करीब 200 किलोमीटर उत्तर में बेलारूस के एक इलाके में वैग्नर समूह के 8,000 लड़ाकों के लिए एक शिविर बनाया जा रहा है। प्रीगोझिन का विद्रोह बेहद कम वक्त का रहा लेकिन यह रक्तरंजित था। रूसी मीडिया ने बताया कि वैग्नर सेना ने कई सैन्य हेलीकॉप्टरों और एक सैन्य संचार विमान को मार गिराया तथा कम से कम 15 लोग मारे गए।