फेड रिजर्व के निर्णय का बाजार पर रहेगा असर

उच्चतम स्तर और 61 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 61112.44 अंक पर पहुंच गया

फेड रिजर्व के निर्णय का बाजार पर रहेगा असर

मुंबई : वैश्विक बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर हुई दमदार लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह करीब ढाई प्रतिशत की छलांग लगा चुके घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के निर्णय के साथ ही कंपनियों के तिमाही परिणाम का असर रहेगा। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1457.38 अंक अर्थात 2.44 प्रतिशत की उड़ान भरकर सप्ताहांत पर ढाई माह के उच्चतम स्तर और 61 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 61112.44 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 440.95 अंक यानी 2.5 प्रतिशत की छलांग लगाकर 18 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर 18065 अंक पर रहा।

समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों में भी जमकर लिवाली हुई। इससे सप्ताहांत पर मिडकैप 647.46 अंक की तेजी लेकर 25492.43 अंक और स्मॉलकैप 682.81 अंक मजबूत होकर 28917.07 अंक पर पहुंच गया। अगले सप्ताह 01 मई को महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में अवकाश के कारण शेयर बाजार में कारोबार स्थगित रहेगा। मंगलवार से कारोबार नियमित रूप से चलेगा। विश्लेषकों के अनुसार, अगले सप्ताह 02 और 03 मई को अमेरिकी फेड रिजर्व की ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक होने वाली है। अमेरिका में मार्च में बढ़ी महंगाई को नियंत्रित करने के लिए फेड रिजर्व के ब्याज दरों में एक बार फिर बढ़ोतरी करने की संभावना जताई जा रही है। यदि ऐसा हुआ तो अगले सप्ताह इसका असर विदेशी और घरेलू दोनों बाजारों पर देखा जा सकेगा। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर अगले सप्ताह टाटा स्टील, टाइटन, टाटा पावर, रिलायंस पावर, एचडीएफसी, हीरो मोटोकॉर्प, टीवीएस मोटर, यूको बैंक, अंबूजा सीमेंट और अडानी ग्रीन जैसी दिग्गज कंपनियों के 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही के परिणाम जारी होने वाले हैं। इसका असर भी बाजार पर रहेगा।

इसके अलावा कच्चे तेल की कीमत, डॉलर सूचकांक एवं विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश प्रवाह पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। एफआईआई अप्रैल में अबतक 5,711.80 करोड़ रुपये के शुद्ध लिवाल रहे हैं। इसी तरह इस अवधि में घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का शुद्ध निवेश भी 2,216.57 करोड़ रुपये रहा। वैश्विक बाजार के मिलजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर रिलायंस और आईसीआईसीआई बैंक जैसी दिग्गज कंपनियों के मजबूत तिमाही परिणाम से उत्साहित निवेशकों की चौतरफा लिवाली की बदौलत सोमवार को सेंसेक्स 401.04 अंक की छलांग लगाकर 60056.10 अंक और निफ्टी 119.35 अंक की तेजी लेकर 17743.40 अंक पर पहुंच गया। विदेशी बाजार की गिरावट के बावजूद स्थानीय स्तर पर ऊर्जा, यूटिलिटीज, तेल एवं गैस और पावर समेत चौदह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत मंगलवार को सेंसेक्स 74.61 अंक की बढ़त लेकर 60130.71 अंक और निफ्टी 25.85 अंक बढक़र 17769.25 अंक पर रहा। वैश्विक स्तर से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच घरेलू स्तर पर हेल्थकेयर, रियलटी, एफएमसीजी, पावर और यूटिलिटी जैसे समूहों में हुयी लिवाली के बल पर बुधवार को सेंसेक्स 169.87 अंक चढक़र 60300.58 अंक और निफ्टी 44.35 अंक बढक़र 17813.60 अंक पर रहा।