मध्यप्रदेश ने विकास कार्यों के लिए लिया कर्ज, राज्य को देना है सामाजिक न्याय : शिवराज

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का महायज्ञ मध्यप्रदेश में जारी रहेगा और जनता के कल्याण की योजनाएं भी लगातार चलती रहेगी

मध्यप्रदेश ने विकास कार्यों के लिए लिया कर्ज, राज्य को देना है सामाजिक न्याय : शिवराज

भोपाल : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान ने आज कहा कि प्रदेश ने हमेशा विकास कार्यों के लिए कर्ज लिया है और राज्य को सामाजिक न्याय देना सरकार का लक्ष्य है। श्री चौहान ने राजधानी भोपाल के रवींद्र भवन में आयोजित लगभग 53 हजार करोड़ से अधिक की प्रदेशव्यापी 14 हजार 375 अधोसंरचना और विकास कार्यों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश अब बीमारू और गरीब नहीं है। मध्यप्रदेश अब समृद्ध और विकसित मध्यप्रदेश है। इसमें सामाजिक न्याय सरकार को देना है। सामाजिक न्याय का मतलब है, जो मध्यप्रदेश के संसाधन है उनका फायदा गरीब को भी मिले।
उन्होंने कहा कि सरकार के कर्ज लेने की बात बार-बार आती है। भारत सरकार कुछ मापदंड तय करती है की कोई राज्य इतना कर्जा ले सकता है। वह कुल सकल घरेलू उत्पादन के 3 या 3.5 फीसदी के आसपास होता है। उससे कई गुना ज्यादा दूसरे राज्यों ने लिया है। मध्यप्रदेश ने उतना कर्ज लेकर विकास के कामों पर खर्च किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का महायज्ञ मध्यप्रदेश में जारी रहेगा और जनता के कल्याण की योजनाएं भी लगातार चलती रहेगी। श्री चौहान ने आज के दिन के संदर्भ में कहा कि आज की तिथि इतिहास में दर्ज की जाएगी। अकेले आज के दिन 53 हजार करोड़ रुपए के कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों में बेटियों के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण कर दिया गया। हमारी 50 प्रतिशत महिलाएं आज महापौर, सरपंच, पार्षद अलग-अलग पदों पर हैं। ये सामाजिक क्रांति है। भोपाल में 600 करोड़ रुपए की लागत से जो ग्लोबल स्किल्स पार्क बनाया है, उसमें काम सीखने वाले बच्चों को रोजगार के अनेक अवसर मिलेंगे। साथ ही प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या तेजी से बढ़ी है, अब यहां से हजारों डॉक्टर बनकर निकलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जमाना था तब हमारे पास टूटी-फूटी गड्ढों वाली सड़कें थीं। वह भी केवल 60 हजार किलोमीटर की। आज ये कहते हुए गर्व है कि शानदार 5 लाख किलोमीटर की सड़कें मध्यप्रदेश की धरती पर हैं।