दुग्ध उत्पादक बिफरे, मिल्क प्लांट के गेट को किया बंद
किसानों ने बताया कि उनका प्लांट की तरफ 70 दिन के 130 करोड़ रुपये बकाया है, जबकि यह पेमेंट 30 दिन में होनी चाहिए
जींद - हरियाणा के जींद जिले में सोमवार को दुग्ध उत्पादक किसानों ने बकाया भुगतान को लेकर वीटा मिल्क प्लाट के सामने जमकर प्रदर्शन किया और प्लांट के गेट को बंद कर धरने पर बैठ गए।
किसानों ने बताया कि उनका प्लांट की तरफ 70 दिन के 130 करोड़ रुपये बकाया है, जबकि यह पेमेंट 30 दिन में होनी चाहिए। भुगतान न होने के कारण किसानों के आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। प्लांट प्रबंधन से बात की जाती है तो जवाब मिलता है कि आंगनबाडी तथा स्कूलों की तरफ बकाया है, जिसका भुगतान सरकार को करना है। सरकार राशि देगी तो प्लांट आगे भुगतान करेगा। अगर सरकार भुगतान नहीं कर रही है तो प्लाट प्रबंधन को पाउडर की सप्लाई बंद कर देनी चाहिए।
प्लांट प्रबंधन का कहना था कि मार्च का भुगतान कर दिया है। अप्रैल का भुगतान 10 मई तक कर दिया जाएगा, जबकि किसानों का कहना था कि अगर उनके खातों में राशि आती है तो उन्हें यहां आने की जरूरत नहीं पड़ती है। किसानों ने कहा कि जब तक उनकी राशि खातों में नहीं आती, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
हिसार-भूना जींद दुग्ध समिति के अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि 70 दिनों का भुगतान रुका हुआ है, जिसको लेकर प्लांट प्रबधन को अवगत करवाया गया था। तीस अप्रैल तक भुगतान की बात कही गई थी लेकिन नहीं हुआ, इसलिए धरना देने के इलावा कोई चारा नहीं बचा है।
मिल्क प्लांट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि मार्च भुगतान करा दिया है और अप्रैल का भुगतान 10 दिनों में कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 129 करोड़ रुपये की राशि आंगनबाड़ी तथा स्कूलों को स्पलाई किए जा रहे दुग्ध पाउडर के सरकार की तरफ बकाया है, जिसकी राशि जल्द मिल जाएगी।