हिन्दुओं का जत्था पाकिस्तान स्थित श्री कटासराज राज पहुंचा

जहां हिंदू यात्री 18 फरवरी को महाशिवरात्रि उत्सव मनायेंगे। सुबह के समय श्री अमर कुंड पर हिंदू यात्री स्नान करेंगे। वहीं रात के समय श्री अमर कुंड के तट पर दीपमाला होगी,

हिन्दुओं का जत्था पाकिस्तान स्थित श्री कटासराज राज पहुंचा

रादौर-पाकिस्तान स्थित श्री कटासराज यात्रा के लिए देर शाम हिंदू तीर्थयात्रियों के जत्थे ने वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान में प्रवेश किया। जहां वक्फ बोर्ड पाकिस्तान के सचिव राणा, उप सचिव सैयद फराज अब्बास व अन्य विभागों के अधिकारियों ने हिंदू तीर्थयात्रियों को फूल मालाएं पहनाकर व बुके भेंट कर सम्मानित किया। केंद्रीय सनातन धर्म सभा उत्तरी भारी की ओर से आयोजित श्री कटासराज यात्रा का नेतृत्व समाजसेवी त्रिलोक चंद कर रहे है। वहीं श्री कटासराज यात्रा में इस बार प्रदेश के पूर्व खाद्य आपूर्ति व परिवहन मंत्री कर्णदेव कांबोज भाग लेने पहुंचे है। जिनका पाकिस्तान के अधिकारियों ने फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया।

वहीं उनके साथ जिला जाट महासभा अध्यक्ष एडवोकेट सुरेशपाल बंचल, सेवानिवृत्त बीडीपीओ कंवरभान नरवाल, ब्लॉक सरपंच एसोसिएशन प्रधान पम्मी खेडकी, पार्षद भगवतदयाल कटारिया, पूर्व ब्लॉक समिति वाइस चेयरमैन डॉ. शुभम सलूजा, कृष्ण मक्कड़, रोटेरियन सविता सलूजा आदि हिंदू यात्री रवाना हुए। यात्रा में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र, उड़ीसा, उत्तरप्रदेश व अन्य राज्यों से हिंदू यात्री भाग ले रहे है। इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज ने कहा कि पाकिस्तान में हिंदू यात्रियों का जोरदार स्वागत किया गया है।

इस प्रकार की यात्राओं से दोनों देशों के संबंध बेहतर हो सकते है। महाशिवरात्रि के अवसर पर हिंदू यात्रियों को श्री कटासराज धाम में स्थित पवित्र श्री अमर कुंड में स्नान करने व प्राचीन शिव मंदिर में पूजा करने का अवसर प्रदान होगा। श्री कटासराज यात्रा का शुभारंभ लगभग 40 वर्ष पहले केंद्रीय सनातन धर्म सभा उत्तरी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रताप बजाज के पिता बक्शी अश्चर्ज लाल बजाज की ओर से काफी वर्षों के संघर्ष के बाद करवाया गया था। उनके बाद उनके बेटे शिवप्रताप बजाज इस यात्रा को हर वर्ष आयोजित करते है। जिससे हिंदू यात्रियों को वर्ष में 2 बार अपने तीर्थ स्थलों की यात्रा करने का मौका मिलता है। जिसके लिए हिंदू यात्री आभार प्रकट करते है। उन्होंने बताया कि 7 दिन की इस यात्रा में 17 फरवरी को जत्था लाहौर से लगभग 300 किलोमीटर दूर भारी सुरक्षा में श्री कटासराज तीर्थ स्थल पर पहुंचेगा। जहां हिंदू यात्री 18 फरवरी को महाशिवरात्रि उत्सव मनायेंगे। सुबह के समय श्री अमर कुंड पर हिंदू यात्री स्नान करेंगे। वहीं रात के समय श्री अमर कुंड के तट पर दीपमाला होगी, वही आतिशबाजी भी की जायेगी। 20 फरवरी को जत्था वापस लाहौर लौट आयेगा। जिसके बाद हिंदू यात्री लाहौर स्थित श्री कृष्ण मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। 21 फरवरी को हिंदू यात्री शाही किले में स्थित भगवान श्री राम जी के पुत्र महाराज लव जी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके साथ ही लाहौर के अन्य स्थानों का भी श्रद्धालु भ्रमण करेंगे। 22 फरवरी को यात्रा दल स्वदेश लौटेगा। इस अवसर पर यात्रा के आयोजक शिवप्रताप बजाज ने बताया कि 1974 भारत-पाकिस्तान प्रोटोकॉल के अनुसार केवल 200 श्रद्धालुओं को वर्ष में 2 बार यात्रा पर जाने की अनुमति मिली हुई है।