हथिनीकुंड बैराज पर पहुंचे मेहमान परिंदे, हजारों किलोमीटर की उड़ान भर पहुंचे हरियाणा के यमुनानगर

सर्दी शुरू होते ही हथिनीकुुंड बैराज पर प्रवासी पक्षी भी पहुंचने लगे हैं। हर साल जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है इनकी संख्या में भी इजाफा होता है। हर साल सर्दी के मौसम में यह पक्षी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर यहां पर पहुंचते हैं। साइबेरिया में इन दिनों तापमान 40 डिग्री से भी ऊपर जाने के चलते यह पक्षी यात्रा कर हथिनी कुंड बैराज पर पहुंचते हैं

हथिनीकुंड बैराज पर पहुंचे मेहमान परिंदे, हजारों किलोमीटर की उड़ान भर पहुंचे हरियाणा के यमुनानगर
यमुनानगर - हथिनी कुंड बैराज पर साइबेरियन पक्षियों ने डेरा डाल लिया है। साइबेरिया में इन दिनों भीषण गर्मी के चलते वहां के पक्षी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर हर साल यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज पर पहुंचते हैं जहां का मौसम इनके अनुकूल है वही इनका मनमोहक नजारा देखने के लिए भी दूर दराज से लोग यहां पहुंचते हैं।
सर्दी शुरू होते ही हथिनीकुुंड बैराज पर प्रवासी पक्षी भी पहुंचने लगे हैं। हर साल जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है इनकी संख्या में भी इजाफा होता है। हर साल सर्दी के मौसम में यह पक्षी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर यहां पर पहुंचते हैं। साइबेरिया में इन दिनों तापमान 40 डिग्री से भी ऊपर जाने के चलते यह पक्षी यात्रा कर हथिनी कुंड बैराज पर पहुंचते हैं। कुंड पर बैठे इन प्रवासियों पक्षियों की आवाज भी दूर-दूर तक सुनाई देती है। हर कोई इन पक्षियों का मनोरम दृश्य देखने के लिए खड़ा हो जाता है।
पानी में इनकी कलाबाजियां ऐसी लगती हैं कि जैसे मछलियां पानी में डुबकी लगा रही हों। हालांकि वाइल्ड लाइफ की तरफ से यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता। विदेशों से यहां पहुंचने वाले पक्षियों को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक भी यहां आने शुरू हो जाते हैं। नहर में पानी पीते, कलाबाजी करते इन प्रवासी पक्षियों को देखने से प्रतीत होता है कि यहां का वातावरण इन्हें खूब भाता है। यहां घूमने आए लोगों का कहना है कि साल के 12 महीने यहां पर अलग-अलग दृश्य देखने को मिलते हैं। इसका नजारा मनमोहक होता है।
सर्दी के मौसम में विदेशी साइबेरियन मुरगाबी, पिंन टेल डक, सपोर्ट बिल, हेडेड गूज और कूट आदि प्रवासी पक्षियों का आगमन होता है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी वैसे-वैसे प्रवासी पक्षियों की संख्या में इजाफा होगा। इसके बाद पूरी सर्दी में प्रवासी पक्षी नहर इलाकों में देखे जा सकेंगे। करीब 4 महीने तक यह प्रवासी मेहमान यहां रहेंगे।