डीके शिवकुमार के भाई ने भी कनकपुरा से दाखिल किया नामांकन

डेडलाइन खत्म होने के कुछ घंटे पहले एक चौंकाने वाली बात सामने आई

डीके शिवकुमार के भाई ने भी कनकपुरा से दाखिल किया नामांकन

बेंगलुरु : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की समय सीमा बीते दिन यानी 20 अप्रैल को खत्म हो गई। डेडलाइन खत्म होने के कुछ घंटे पहले एक चौंकाने वाली बात सामने आई। बताया जा रहा है कि बेंगलुरु ग्रामीण से कांग्रेस के सांसद डीके सुरेश ने गुरुवार को कनकपुरा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इसी सीट से उनके बड़े भाई और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार पार्टी के उम्मीदवार हैं और उन्होंने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया था। मामले में जब कांग्रेस के पदाधिकारियों से संपर्क किया गया तो पता चला कि सुरेश ने शिवकुमार का नामांकन रद्द होने की स्थिति में बैकअप प्लान के तहत अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन के बाद डीके सुरेश ने कहा कि मैं कनकपुरा से मतदाता हूं। मुझे वहां से चुनाव लडऩा चाहिए। हमारे पार्टी अध्यक्ष और एआईसीसी नेताओं की ओर से मुझे यही निर्देश दिया गया है। हम कुछ साजिशों के बारे में सुन रहे हैं, इसलिए एहतियात के तौर पर मैंने अपना नामांकन दाखिल किया है।

साजिश की आशंका

जब उनसे यह पूछा गया कि मामले में किस तरह की साजिश का अंदेशा आप जता रहे हैं? तो उन्होंने कहा कि कुछ भी होने की संभावना है। डीके शिवकुमार पर भाजपा के लोगों की बुरी नजर टिकी हुई है। कनकपुरा के लोग भाजपा का समर्थन नहीं करेंगे। ऐसे में भाजपा गलत तरीकों का इस्तेमाल कर सकती है। वैसे भी आजकर विपक्षी दलों के खिलाफ क्या किया जा रहा है, यह तो पूरा देश देख रहा है। इसलिए एहतियात के तौर पर मैंने नामांकन दाखिल किया है।

भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप

कांग्रेस सांसद ने कहा कि चार से पांच दिन पहले भी हमें चेन्नई से आयकर विभाग से एक नोटिस मिला था। इसमें व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए कहा गया था। हमने कहा है कि हम चुनाव के बाद आएंगे। हाईकोर्ट हो या सुप्रीम कोर्ट, सभी मामलों पर रोक है। सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने से भाजपा बाज नहीं आएगी। ऐसे में हमें बैकअप तैयार रखना था, तो हमने वैसा ही किया। शिवकुमार ने 17 अप्रैल को नामांकन दाखिल किया था और वह 2008 से तीन बार कनकपुरा से जीत चुके हैं।

भाजपा ने मैदान में इन्हें उतारा

सत्तारूढ़ भाजपा ने शिवकुमार को टक्कर देने के लिए इस क्षेत्र से एक वरिष्ठ मंत्री और अपने प्रमुख वोक्कालिगा चेहरे आर. अशोक को मैदान में उतारा है। इस पर सुरेश ने कहा कि भाजपा को बेंगलुरु से कोई ऐसा व्यक्ति मिला है, जिसका हमारे निर्वाचन क्षेत्र से कोई संबंध नहीं है। कनकपुरा के लोग उन्हें 13 मई को यानी परिणाम के दिन को जवाब देंगे। वे जो चाहें करें, हमारे झुकने का कोई सवाल ही नहीं है।

कर्नाटक से कांग्रेस के एकमात्र सांसद हैं सुरेश

यह पूछे जाने पर कि अगर सब कुछ उम्मीद के मुताबिक रहा तो क्या शिवकुमार कनकपुरा से चुनाव लड़ेंगे? उन्होंने कहा कि इंतजार करें और देखें, मैंने अपना बी-फॉर्म भी दे दिया है। सुरेश कर्नाटक से कांग्रेस के एकमात्र सांसद हैं। यह दूसरी बार है जब वह इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।