हवा-हवाई घोषणाएं करने वाली पार्टियां सत्ता में काबिज होते ही सब भूल जाती हैं: मायावती

हवा हवाई घोषणा करने वाली पार्टियां सत्ता के सिंहासन पर बैठते ही सब भूल जाती हैं।

हवा-हवाई घोषणाएं करने वाली पार्टियां सत्ता में काबिज होते ही सब भूल जाती हैं: मायावती

दमोह: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि हवा हवाई घोषणाएं करने वाली पार्टियां सत्ता में काबिज होने के बाद सब भूल जाती हैं।
सुश्री मायावती ने जिले की पथरिया में आमसभा को संबोधित किया। उन्होंने भाजपा-कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में सभी विरोधी पार्टियों के नेता साम-दाम दंड-भेद की राजनीति कर आपको भ्रमित करने का काम करेंगे, लेकिन आपको सावधान रहना है। उन्होंने कहा कि हवा-हवाई, प्रलोभन भरे घोषणा पत्रों के भ्रमजाल में बिल्कुल न फंसे। हवा हवाई घोषणा करने वाली पार्टियां सत्ता के सिंहासन पर बैठते ही सब भूल जाती हैं।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि हम इस बार पूरी दम के साथ विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। सिर्फ हमारी पार्टी ने सर्व समाज के लोगों को टिकट देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान को लागू हुए सालों बीत गए हैं, लेकिन आज भी दलित, आदिवासी, पिछड़ा और मुस्लिम समाज के लोग पिछड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के बड़े नेता कहते हैं कि अति पिछड़े वर्ग को पूरा लाभ दिलाने के लिए जातिगत जनगणना होना जरूरी है, लेकिन इन्हें ये मालूम होना चाहिए कि जब अंग्रेजों के जाने के बाद लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी सत्ता में रही, तब कांग्रेस की सत्ता के दौरान सबसे पहले पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण देने के लिए जो सर्वे हुआ था, उसे कांग्रेस पार्टी की सरकार लागू नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट को भी कांग्रेस सरकार ने लागू नहीं किया। जिस कांग्रेस पार्टी ने मंडल कमीशन और काका कालेलकर की रिपोर्ट को लागू नहीं किया। आज चुनाव के दौरान पिछड़ों का वोट लेने के लिए बड़ी-बड़ी बातें कर रही है।
सुश्री मायावती ने कहा कि हमने जो किया, विरोधी पार्टियां उसकी नकल कर रहीं हैं। भाजपा सहित विरोधी पार्टियों की सरकारों ने हर बार सिर्फ छोटी मानसिकता के साथ काम किया। हमारी पार्टी ने उत्तरप्रदेश में गरीब और बेरोजगारों को दूसरी सरकारों की तरह बेरोजगारी भत्ता नहीं देते हुए बड़ी संख्या में सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में रोजगार के नए अवसर उपलब्ध करवाए। जो गरीब और भूमिहीन लोग थे, उन्हें संपन्न बनाने के लिए जमीनें तक उपलब्ध करवाई।