फोरेंसिक मेडिसिन पर 44वां वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन आज से अमृतसर में होगा

फोरेंसिक मेडिसिन पर 44वां वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन आज से अमृतसर में होगा

अमृतसर- श्री गुरु रामदास यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी विभाग के सहयोग से श्री गुरु रामदास इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च में तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के वार्षिक सम्मेलन का आयोजन इंडियन एकेडमी ऑफ फॉरेंसिक मेडिसिन फॉरेंसिक मेडिकॉन 2023’ का आयोजन 24 से 26 फरवरी तक किया जा रहा है। सम्मेलन का मुख्य विषय मानवता की सेवा में फोरेंसिक मेडिसिनहै।

तेइस फरवरी को पूर्व-सम्मेलन कार्यशाला सीएमई निरंतर चिकित्सा शिक्षाके दौरान, ‘चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ हिंसा, रक्षकों की सुरक्षाविषय पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में प्रतिनिधि और शोधार्थी विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे। प्री-कॉन्फ्रेंस सीएमई सत्र में मुख्य अतिथि डॉ मेहताब सिंह आईपीएस, एडीसीपी सिटी-1, अमृतसर ने कहा कि यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि एक प्रामाणिक अनुमान के अनुसार, भारत में 70 प्रतिशत से अधिक चिकित्सा पेशेवरों ने कार्यस्थल पर विभिन्न प्रकार की हिंसा का सामना किया है। उन्होंने कहा कि कीमती जान बचाने की कोशिश कर रहे व्यक्ति के खिलाफ हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता। अध्ययनों से पता चला है कि बीमारी और उसके उपचार के बारे में स्पष्टीकरण के स्तर पर गलतफहमी हमारे देश में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा का सबसे बड़ा कारण गलत संचार और खराब डॉक्टर-रोगी अनुपात

है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत में खराब प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं का भी इस समस्या में योगदान है। उन्होंने चिकित्सा समुदाय को रोगी के रिश्तेदारों के हिंसक होने पर शांत रहने, हिंसा के दस्तावेजी साक्ष्य एकत्र करने, अपराधियों की पहचान करने और कानूनी सलाहकार/पुलिस को जल्द से जल्द सूचित करने की सलाह दी। प्रशासनिक सचिव डॉ. पंकज गुप्ता ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि 24 फरवरी को सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ सुखचैन सिंह गिल, पुलिस महानिरीक्षक और पंजाब के मुख्यमंत्री के नोडल अधिकारी और सम्मानित अतिथि प्रियांक कानूनगो, अध्यक्ष, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, भारत सरकार करेंगे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन के दौरान फॉरेंसिक मेडिसिन के विशेषज्ञ और इस विषय के अन्य प्रतिष्ठित शिक्षाविद् और शोधकर्ता मानवता की सेवा में श्री गुरु राम दास यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, अमृतसर के विशाल परिसर में अगले तीन दिनों तक मिलेंगे। फोरेंसिक मेडिसिन से संबंधित विषयों की एक विस्तृत शृंखला पर चर्चा की जाएगी और पूरे देश और दुनिया के विशेषज्ञों के समृद्ध अनुभव और ज्ञान को साझा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विश्वास है कि इस भागीदारी से यह सम्मेलन अविस्मरणीय, फलदायी और यादगार होगा।